एक परिवार एक टिकट, एक साल की शपथ, तीन दिन के मंथन में पूरी तरह बदल जाएंगे कांग्रेस के नियम!
राजस्थान में कांग्रेस का मंथन एक परिवार एक टिकट, एक साल की शपथ, तीन दिन के मंथन में पूरी तरह बदल जाएंगे कांग्रेस के नियम!
डिजिटल डेस्क, जयपुर। कांग्रेस पार्टी राजस्थान के उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर को लेकर बड़ी तैयारी में हैं। इस शिविर में पार्टी हाल ही के चुनाव में खराब प्रदर्शन पर समीक्षा करेगी। खबरों के मुताबिक, पार्टी संगठन में बड़े स्तर पर कायापलट की तैयारी में है। इस वक्त पार्टी के सामने सबसे बड़ी समस्या नेताओं का पलायन है।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी चिंतन शिविर में इस विषय पर प्रमुखता से चर्चा करेगी और नेताओं के पलायन को कैसा रोका जाए, इस पर पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा मंथन किया जाना तय माना जा रहा है। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद जैसे नेता जो राहुल गांधी की टीम का हिस्सा थे। उन्होंने कांग्रेस से दामन छुड़ा लिया और बीजेपी में शामिल हो गए। कांग्रेस के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर है कि पार्टी चिंतन शिविर में पार्टी छोड़कर न जाने की शपथ भी दिला सकती है।
एक परिवार एक टिकट
कांग्रेस पार्टी लगातार भाजपा के उन सवालों का जवाब देने की तैयारी कर रही है। जिस पर हमेशा घिरती रहती है। गौरतलब है कि बीजेपी हमेशा कांग्रेस को ये कहकर घेरती रहती है कि सारे पद एक ही परिवार में है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, चिंतन शिविर में कांग्रेस पार्टी की तरफ से एक अहम प्रस्ताव पारित हो सकता है। एक पार्टी में एक पद तथा एक परिवार में एक टिकट का फॉर्मूला लागू किया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि यह फॉर्मूला गांधी परिवार पर भी लगेगा। खबर ये भी है कि सोनिया गांधी चुनाव न लड़ने का भी ऐलान कर सकती हैं। राहुल गांधी ही 2024 आम चुनाव में उतर सकते हैं। हालांकि कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि हो सकता है कि यह फॉर्मूला गांधी परिवार पर लागू न हो। हालांकि देखना है कि चिंतन शिविर में कांग्रेस किस तरह का फैसला लेगी। इस पर सभी की नजर बनीं हुई है।
जी-23 नेताओं पर नजर
कांग्रेस की चिंतन शिविर में जी-23 नेताओं को साधने की कोशिश रहेगी। उन नेताओं पर कांग्रेस आलाकमान नजर बनाए हुए हैं जो काफी प्रभावशाली हैं। कांग्रेस पार्टी की तरफ से इसी फॉर्मूले को अपनाते हुए हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा को किसान मामलों की समिति की कमान दी गई है। इतना ही नहीं हरियाणा में उनके करीबी नेता उधयभान को तवज्जो दी और प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया।
कांग्रेस का मानना है कि यह चिंतिन शिविर उसके लिए 2003 वाला माहौल साबित होगा। जब कांग्रेस ने 2004 में अप्रत्याशित जीत हासिल कर सत्ता की चाभी संभाली थी। अब की बार कांग्रेस दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को साधने की कोशिश में है। बताया जा रहा है कि इन समुदाय से आने वाले नेताओं को 50 फीसदी आरक्षण देने की तैयारी में है।
चिंतन शिविर में शामिल होंगे देशभर के नेता
कांग्रेस पार्टी उदयपुर में चिंतन शिविर में को बड़े स्तर आयोजित कर रही है। जिसमें देशभर के कई हिस्सों से करीब 400 नेता शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी इस शिविर में हिस्सा लेने के लिए खुद ट्रेन से उदयपुर के लिए निकलेंगे, उनके साथ कई नेता भी जाएंगे। इसके अलावा प्रियंका गांधी व कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी फ्लाइट से कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचेंगी। गौरतलब है कि बीते सोमवार को कांग्रेस वर्किंग कमेंटी में भी सोनिया ने नेताओं से कहा था कि अब उन्हें पार्टी के लिए जुटना होगा। पार्टी ने हम सब को बहुत कुछ दिया है।