राज्यपाल की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- जो मोदी के लिए काम करते हैं उन्हें राज्यपाल बनाया जाता है, बीजेपी ने किया पलटवार

राज्यपालों की नियुक्ति पर गरमाई सियासत राज्यपाल की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- जो मोदी के लिए काम करते हैं उन्हें राज्यपाल बनाया जाता है, बीजेपी ने किया पलटवार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-12 14:00 GMT
राज्यपाल की नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा- जो मोदी के लिए काम करते हैं उन्हें राज्यपाल बनाया जाता है, बीजेपी ने किया पलटवार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, जो भी पीएम मोदी के लिए काम करते हैं उसे राज्यपाल बनाया जाता है। रविवार को 13 राज्यों एंव केंद्र शासित प्रदेशों में नए राज्यपाल और उप-राज्यपाल नियुक्त किए गए। दरअसल, आंध्र प्रदेश की ओर से अयोध्या, नोटबंदी समेत अन्य मामलों की सुनावाई करने वाले पूर्व जज अब्दुल नजीर को राज्यपाल नियुक्त किया गया है। जिसके बाद से ही कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है।  

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि जो मोदी अडानी के लिए काम करते है वह अब राज्यपाल बन गए हैं। कांग्रेस सांसद ने ट्वीट किया, ''मोदी अडानी के लिए काम करते हैं, कुछ ऐसे लोग हैं जो मोदी के लिए काम करते हैं और वह अब राज्यपाल हैं। फिर लोगों के लिए कौन काम करता है? भारत माता की जय।''

जयराम रमेश ने कही ये बातें

वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने राज्यपाल के नियुक्तियों का जिक्र किए बगैर दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के वीडियो को शेयर किया, जिसमें साल 2012 में जेटली कहते दिख रहे हैं, ''प्री-रिटायरमेंट जजमेंट्स आर इन्फ्लुएंस्ड बाई पोस्ट-रिटायरमेंट जॉब्स'' यानी रियाटर होने से पहले जो फैसले सुनाए जाते हैं वो रिटायर होने के बाद मिलने वाली जॉब्स को प्रभावित रहते हैं। जयराम नरेश ने ट्वीट किया कि, "निश्चित रूप से पिछले 3-4 वर्षों में इसका पर्याप्त सबूत हैं।"

बीजेपी ने किया पलटवार

बीजेपी नेता बीएल संतोष ने कांग्रेस का पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि, ''जैसा कि आजकल एक प्रथा बन गई है, कांग्रेस-वामपंथी इको सिस्टम जस्टिस (रिटायर्ड) अब्दुल नजीर की आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्ति का विरोध करता है। इको सिस्टम पर उनका सबसे बड़ा पाप श्री रामजन्मभूमि का फैसला है। 'जो मैं कहता हूं वैसा करो, न कि वैसा जो मैं करता हूं' ब्रिगेड एक्शन में है।''   

राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला सुनाकर चर्चा में आए थे जस्टिस अब्दुल नजीर

गौरतलब है कि, 4 जनवरी, 2023 को जज सैयद अब्दुल नजीर सुप्रीम कोर्ट में रिटायर हुए थे। वह अब बिस्वा भूषण हरिचंदन की जगह पर नियुक्त होंगे और विस्वा भूषण को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप स्थानांतरित किया गया है। बता दें कि, साल 2019 में जस्टिस सैयद अब्दूल नजीर एकमात्र मुस्लिम न्यायाधीश थे, जिन्होंने अयोध्या मामले में राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला सुनाया था। इसके अलावा जस्टिस अब्दुल नजीर उस संविधान पीठ का भी हिस्सा रहे है, जिसमें उन्होंने साल 2016 के हुए नोटबंदी प्रक्रिया को सही ठहराया था। 

 

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