चीन द्वारा अरुणाचल के किशोर के अपहरण पर कांग्रेस ने मोदी सरकार से मांगा जवाब
नई दिल्ली चीन द्वारा अरुणाचल के किशोर के अपहरण पर कांग्रेस ने मोदी सरकार से मांगा जवाब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अरुणाचल प्रदेश के एक किशोर का चीन के सैनिकों द्वारा अपहरण किए जाने के दावे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए इस मसले पर जवाब देने की मांग की है। एक दिन पहले ही बीजेपी संसद तापिर गाव ने पड़ोसी देश चीन द्वारा 17 वर्षीय एक किशोर के अपहरण का दावा किया था।
अरुणाचल प्रदेश से सांसद तापिर गाव ने कहा था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने राज्य में भारतीय क्षेत्र के अपर सियांग जिले के एक 17 वर्षीय एक किशोर का अपहरण कर लिया है। उन्होंने ट्वीट करके बुधवार को यह जानकारी दी। अपहृत किशोर की पहचान मिराम तरोन के रूप में हुई है।
इस मसले पर कांग्रेस महासचिव और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर कहा, राहुल गांधी ने चीन को लेकर बहुत पहले ही आगाह किया था, लेकिन मोदी जी नहीं माने, अब बीजेपी के सांसद की बात तो कम कम मान लें। उन्होंने कहा तापिर गाव के ट्वीट में युवक को अगवा करने और भारतीय सीमा में 3-4 किलोमीटर की सड़क बनाने की बात कही गई है।
तापिर बीजेपी की संसदीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं, क्या प्रधानमंत्री मोदी उनकी बात को भी नकार देंगे। इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार को देश को चीन की गतिविधियों के बारे में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पूरी जानकारी देनी चाहिए।
गोहिल ने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल करते हुए कहा कि चीन के सैनिक हमारे नागरिक को सीमा के अंदर से उठाकर ले जाते हैं। चीन हमारी सीमा के अंदर सड़क बना लेता है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी आप इस पर चुप क्यों हैं? गोहिल ने कहा ये राष्ट्र सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है इसलिए कांग्रेस पार्टी अन्य समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के साथ इस मुद्दे को आगामी संसद के बजट सत्र में उठाएगी।
वहीं इस मामले पर राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए ट्वीट कर कहा, गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले भारत के एक भाग्य विधाता का चीन ने अपहरण किया है। हम मिराम तरोन के परिवार के साथ हैं और उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, हार नहीं मानेंगे। प्रधानमंत्री की चुप्पी ही उनका बयान है- उन्हें फर्क नहीं पड़ता!
दरअसल हाल ही में चीन द्वारा पूर्वी लद्दाख में निर्माण कार्य की गतिविधियों को किये जाने की जानकारी भी सामने आई है। एक सैटेलाइट चित्र यूरोप की स्पेस फर्म मैक्सार टेक्नोलॉजीस द्वारा जारी की गई है। इस पुल के बनने से चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) को पैंगोंग झील में विवादित क्षेत्रों तक पहुंच बनाने में बेहद आसानी हो जाएगी। लगभग एक तिहाई दूरी कम हो जाएगी।
(आईएएनएस)