अग्निपथ योजना और ईडी के खिलाफ कांग्रेस नेताओं का जंतर-मंतर पर सत्याग्रह जारी
नई दिल्ली अग्निपथ योजना और ईडी के खिलाफ कांग्रेस नेताओं का जंतर-मंतर पर सत्याग्रह जारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता अग्निपथ योजना और ईडी द्वारा राहुल गांधी से पूछताछ के खिलाफ लगातार दूसरे दिन यहां जंतर-मंतर पर सत्याग्रह पर बैठे हैं। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेगा। पार्टी ने अपनी संसदीय बोर्ड की बैठक भी बुलाई है, जिसमें सभी सांसदों को शामिल होने के लिए कहा गया है। इस बीच राहुल गांधी सोमवार को चौथी बार ईडी के सामने पेश हुए। इससे पहले उनसे तीन दिन में 30 घंटे तक पूछताछ की गई थी।
जंतर मंतर पर धरने में शामिल हुए कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने अग्निपथ योजना को लेकर भाजपा नेताओं पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, पहले अपने बच्चों को इस योजना का लाभार्थी बनाओ। मंत्री का बेटा बीसीसीआई का सचिव बने और देश के युवाओं को सिर्फ चार साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी मिले या फिर चौकीदार बना दिया जाए, यह पूरी तरह नाइंसाफी है।
उन्होंने आगे कहा, किसी परिवार के बच्चे को सेना में नौकरी मिल जाती है तो समाज में उसका मान-सम्मान बढ़ता है। सेना में नौकरी देश की सुरक्षा का सवाल है, इसको मजाक मत बनाइए। गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे सेना में भर्ती होते हैं। अग्निपथ योजना युवाओं को अनिश्चितता की आग में धकेलने के इरादे से लाई गई है। इस योजना को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
अग्निपथ योजना और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार को अग्निपथ योजना वापस लेनी होगी। यह सरकार हमारी सीमाओं की रक्षा करने वालों के साथ अपमानजनक व्यवहार कर रही है। इस योजना के लागू होने से युवाओं का भविष्य और देश की सीमा और सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले में केंद्र सरकार द्वारा ईडी का इस्तेमाल किए जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने महंगाई, बेरोजगारी और राफेल घोटाले के खिलाफ आवाज उठाई, यही वजह है कि केंद्र सरकार उनकी आवाज बंद करना चाहती है। भाजपा कांग्रेस को कमजोर दिखाना चाहती है, इसलिए ईडी के जरिए राहुल गांधी को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार अग्निपथ योजना को जब तक वापस नहीं लेती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। इस बीच, किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
देशभर में विपक्ष और युवाओं ने अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है। केंद्र सरकार द्वारा अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद कई राज्यों में भयंकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। विरोध प्रदर्शन सोमवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया। पिछले चार दिनों में प्रदर्शनकारियों ने कई इलाकों में कई ट्रेनों के डिब्बों में आग लगा दी और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है।
सोर्स- आईएएनएस
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