कांग्रेस और बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर करने जा रही है बड़ी तैयारी, कांग्रेस शुरू करेगी नई यात्रा तो बीजेपी की ये होगी रणनीति!
लोकसभा चुनाव कांग्रेस और बीजेपी 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर करने जा रही है बड़ी तैयारी, कांग्रेस शुरू करेगी नई यात्रा तो बीजेपी की ये होगी रणनीति!
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले साल होने वाले आम चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस और बीजेपी ने केंद्र और राज्य स्तर पर तैयारियां तेज कर दी हैं। दोनों पार्टियां लोकसभा चुनाव से पहले खुद को मजबूत करने के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्रों और वंचित वर्गों के बीच जाने वाली हैं। कांग्रेस ने इन क्षेत्रों में खुद को बेहतर करने के लिए अप्रैल 2023 तक का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा बीजेपी भी 10 राज्यों में अल्पसंख्यकों तक पहुंचने के लिए प्लान बना रही है।
कांग्रेस पार्टी 'नेतृत्व विकास मिशन' के तहत अगले तीन महीनों में 56 सीटों को चिन्हित करेगी। इसके तहत पार्टी जिलों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समूहों के काबिल व्यक्तियों की पहचान करेगी, जो पार्टी को मजबूत कर सकें।
जानें कांग्रेस का प्लान
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, इस मिशन के तहत वैसे लोगों को एकत्रित किया जाएगा जो पंचायत या स्थानीय निकाय चुनाव, जाति/समुदाय कार्यकर्ता हो या फिर युवा राजनीति में सक्रिय हो। जिसके बाद उस व्यक्ति को पार्टी में नॉमिनेट करके अपने समुदायों के भीतर पार्टी को मजबूत करने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, नेतृत्व विकास मिशन के तहत चुने गए कार्यकर्ता संसदीय चुनावों के लिए प्रमुख सामाजिक ब्लॉकों के बीच अतिरिक्त कांग्रेस आउटरीच के लिए काफी सहायक होंगे। इसके लिए पार्टी अप्रैल माह के पहले हफ्ते में एक रिपोर्ट जारी करेगी।
क्या है बीजेपी की रणनीति?
वहीं बीजेपी की ओर से भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में लगभग 60 लोकसभा सीटों की पहचान कर ली है। इन क्षेत्रों में अल्पसंख्यक समुदायों की संख्या 30 फीसदी से अधिक है। पार्टी इसके लिए चार महीनों तक आउटरीच कार्यक्रम करने जा रही है। बीजेपी की 60 लोकसभा सीटों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का निर्वाचन क्षेत्रों वायनाड भी शामिल है।
भाजपा नेता इनमें से प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र से 5,000 से अधिक ऐसे लोगों की पहचान करेंगे जो बीजेपी की कल्याणकारी कार्यक्रमों का प्रशंसक हो। इसके अलावा इन कार्यकर्ताओं को समुदाय तक पहुंचने के लिए एंबेसडर के रूप में नियुक्त करने का भी काम किया जाएगा। इसके पहले स्वरूप में पार्टी मार्च-अप्रैल माह में एक स्कूटर यात्रा और एक स्नेह यात्रा का आयोजन करने वाली है। जिसकी समाप्ति दिल्ली में एक सार्वजनिक रैली के साथ होगी। इस रैली में 60 सीटों के एंबेसडर भी मौजूद रहेंगे।