वरूण गांधी के बागी तेवर ट्विटर प्रोफाइल से BJP का नाम हटाया
उत्तर प्रदेश किसान हिंसा वरूण गांधी के बागी तेवर ट्विटर प्रोफाइल से BJP का नाम हटाया
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई संघर्ष के बाद सियासत तेज हो गई है। सपा, कांग्रेस व बसपा समेत तमाम राजनीतिक पार्टियां योगी सरकार को घेरने में जुट गईं हैं। इसी बीच पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरूण गांधी ने ट्वीट कर लखीमपुर खीरी में हुई किसान हिंसा को लेकर योगी सरकार से सीबीआई जांच के साथ पीड़ित परिवार को 1-1 करोड़ रूपए का मुआवजा देने की मांग की थी। बता दें कि वरूण गांधी यहीं तक नहीं रूके उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से बीजेपी का नाम हटा दिया। ये साफतौर वरूण गांधी की बीजेपी से नाराजगी देखी जा रही है। हालांकि वरूण गांधी की तरफ से नाराजगी को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि वरूण गांधी के ये बगावती तेवर पहली बार नहीं देखे गए है, इसके पहले भी मुजफ्फर नगर में हुए किसान आंदोलन को लेकर वरूण गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार को असहज किया था। तब वरूण गांधी ने कहा था कि सरकार को तीन कृषि बिल को किसानों से लेकर बात करनी चाहिए। बता दें कि वरूण गांधी के लगातार पार्टी विरोधी सुर बीजेपी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दे रही है। अब राजनीतिक गलियारों में कयास यही लगाए जा रहें हैं कि वरूण का बीजेपी से अंदरूनी मतभेद जारी है, वरूण कब तक बीजेपी की नैया खेते रहेंगे ये वक्त ही बताएगा?
योगी को वरूण की चिट्ठी
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं। आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए बीजेपी सांसद वरुण गाधी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं। आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं, यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए।
वरूण गांधी ने कहा हत्या का मुकदमा
बीजेपी सांसद ने पत्र में आगे लिखा है कि हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए. इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं. मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इस विषय में आदरणीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा समयबद्ध सीमा में जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाना ज्यादा उपयुक्त होगा. इसके अलावा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया जाए. कृप्या यह भी सुनिश्चित करने का कष्ट करें कि भविष्य में किसानों के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय या अन्य ज्यादती ना हो. आशा है इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आप मेरे निवेदन पर तत्काल कार्रवाई करने का कष्ट करेंगे.