पन्ना प्रमुख की जगह ,पन्ना कमेटी का मॉडल अपनाएंगी भाजपा, मॉडल बनाने वाले पाटिल ने 2019 में देशभर में सबसे अधिक वोटों से जीता था लोकसभा चुनाव
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 पन्ना प्रमुख की जगह ,पन्ना कमेटी का मॉडल अपनाएंगी भाजपा, मॉडल बनाने वाले पाटिल ने 2019 में देशभर में सबसे अधिक वोटों से जीता था लोकसभा चुनाव
- पन्ना मॉडल
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। भारतीय निर्वाचन आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। गुजरात में दो चरणों में मतदान होगा। अपने पक्ष में मतदान करवाने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। बीजेपी ने अपने 15 साल पुराने पन्ना प्रमुख मॉडल में बदलाव करने की रणनीति बना ली है। भाजपा अब 2019 आम चुनाव में अपनाए गए पन्ना कमेटी मॉडल को अपनाने जा रही है। क्योंकि गुजरात में पन्ना कमेटी के मॉडल के आधार पर भाजपा ने पंचायत, नगर निगम और उपचुनाव तकरीबन हर चुनाव में तगड़ी जीत हासिल की है। आपको बता दें पहली बार पन्ना कमेटी माॉडल का चुनाव में इस्तेमाल सीआर पाटिल ने किया था। इसी के बलबूते पर पाटिल ने आम चुनाव में पूरे देशभर में सबसे अधिक मतों करीब 6.89 लाख वोटों से जीत हासिल की थी। चूंकि इस समय पाटिल प्रदेश अध्यक्ष भी है , जिसके चलते बीजेपी इसे विधानसभा चुनाव में लागू करना चाहती है। इससे पहले भी भाजपा ने इसे स्थानीय चुनावों में प्रयोग किया है , जिनमें बीजेपी ने जीत हासिल की है।
क्या है पन्ना प्रमुख मॉडल और पन्ना कमेटी मॉडल
पन्ना प्रमुख मॉडल के अंतर्गत मतदाता सूची के हर पन्ने का एक चीफ बनाया जाता था जो पन्ने पर मौजूद मतदाताओं के वोट की जिम्मेदारी लेते है। बीजेपी के 15 साल पहले बने इस मॉडल को कई पार्टियों ने अपना लिया , जिसके चलते अब भाजपा इसे छोड़कर पन्ना कमेटी मॉडल ला रही है। इस नए मॉडल में भाजपा मतदाता सूची के हर पन्ने पर पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाएंगे। जिसके हर सदस्य पर परिवार के तीन वोट बीजेपी के पक्ष में करवाने का जिम्मा होगा। हर पन्ना सदस्य के जिम्मे केवल 6 वोटर होंगे।बीजेपी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में 82 लाख पन्ना सदस्य बनाएं है। ऐसे में बीजेपी के पक्ष में 2.46 करोड़ मतदान पड़ने का अनुमान लगाया है। जबकि पिछले चुनाव में बीजेपी को 1करोड़ 40 लाख वोट मिले थे। इस चुनाव में गुजरात में 4 करोड़ 89 लाख मतदाता है।
बीजेपी ने हर पन्ना सदस्य को अधिकृत कार्यकर्ता घोषित करते हुए एक परिचय पत्र भी जारी किया है। साथ ही पार्टी ने जिला और मंडल स्तर के नेताओं से कहा कि वो एक बार हर पन्ना सदस्य के घर कम से कम एक बार जरूर जाएं।