जितने घर कांग्रेस व अन्य ने 60 साल में बनाए उससे ज्यादा भाजपा सरकार ने 8 साल में बनाए
गिरिराज सिंह जितने घर कांग्रेस व अन्य ने 60 साल में बनाए उससे ज्यादा भाजपा सरकार ने 8 साल में बनाए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने केंद्र में पिछली सरकारों पर कटाक्ष करते हुए शुक्रवार को कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 60 वर्षों में कांग्रेस और अन्य की तुलना में आठ वर्षों में गरीबों के लिए अधिक घर बनाए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता के के शर्मा के साथ पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री सिंह ने कहा, 60 वर्षो में विपक्ष के शासन के दौरान, इंदिरा आवास योजना के तहत 3.26 करोड़ घर बनाए गए थे। लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पिछले आठ साल में ग्रामीण इलाकों में 2.52 करोड़ और शहरी इलाकों में करीब 58 लाख मकान बने हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने सालाना लगभग 11 लाख घर बनाए हैं, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार इसी अवधि में लगभग 35 लाख घर बना रही है। सिंह ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए लगभग 4.03 करोड़ घर बनाने की योजना बनाई है, लेकिन राज्यों से प्रतिक्रिया मिलने के बाद इसे संशोधित कर 2.95 करोड़ कर दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यान्वयन में सर्वश्रेष्ठ और सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों के बारे में पूछे जाने पर, सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने अच्छा प्रदर्शन किया है और पश्चिम बंगाल से डेटा की प्रतीक्षा है।
उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य सरकार संघीय ढांचे के बाहर काम करना चाहती है और सभी केंद्रीय योजनाओं का नाम बदलना चाहती है। पार्टी के 42वें स्थापना दिवस पर, भाजपा 6 अप्रैल से 20 अप्रैल तक सामाजिक न्याय पखवाड़ा मना रही है। 7 अप्रैल से, पार्टी हर रोज एक सरकारी योजना और उसके लाभ पर प्रकाश डाल रही है। इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार देश के हर गरीब को पक्के घर उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में साझा किया कि पीएम आवास योजना के तहत तीन करोड़ से अधिक घर बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि सभी घर मूलभूत आवश्यकताओं से सुसज्जित हैं और महिला सशक्तिकरण के प्रतीक बन गए हैं। उन्होंने कहा कि तीन करोड़ घरों का निर्माण जनभागीदारी से ही संभव हुआ है।
(आईएएनएस)