अखिलेश यादव से गठबंधन को तैयार अरविंद केजरीवाल, इशारों ही इशारों बता दी गठबंधन की शर्तें!
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 अखिलेश यादव से गठबंधन को तैयार अरविंद केजरीवाल, इशारों ही इशारों बता दी गठबंधन की शर्तें!
डिजिटिल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के तीन चरणों की वोटिंग हो चुकी है। चौथे चरण का मतदान आगामी 23 फरवरी को होने जा रहा है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा चुनाव के प्रचार में पहुंचे थे।
केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि हंग असेंबली हुई तो वह भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए किसी भी दल को समर्थन देने को तैयार हैं। केजरीवाल ने ये भी कहा कि अगर किसी भी सरकार में शामिल होने का मौका मिला तो वह उन सभी गारंटी को पूरा करवा लेंगे जो अभी जनता से कर रहे हैं।
— AAP (@AamAadmiParty) February 21, 2022
किसी भी पार्टी को नहीं मिलेगा बहुमत
सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने लखनऊ में एक रैली में कहा कि मेरे पास एक आदमी आया और बोला केजरीवाल जी गारंटी तो बड़ी-बड़ी कर रहे हो जीतोगे क्या? मैंने कहा देखो भाई साहब सारे जो सर्वे आ रहे हैं, वो सर्वे दिखा रहे कि किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने वाला है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को बाहर रखने के लिए हमारी जरूरत पड़ी है। केजरीवाल ने आगे कहा कि आप लोग बढ़-चढ़कर वोट देना। जितनी भी सीटें आएं चिंता मत करना। जितनी भी सीटें आएंगी, अगर हंग हाउस हुआ, बीजेपी को बाहर रखने के लिए हम सरकार में गए तो सारी गारंटी मैं पूरी करा दूंगा।
इशारों में सपा को समर्थन की बात
अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आतंकवादी हमले में साइकिल के इस्तेमाल को लेकर दिए गए बयान को गरीबों पर चोट करार दिया। यूपी में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में बीजेपी विरोधी पार्टियों का समर्थन देने का भी संकेत दिया। केजरीवाल ने देश के पीएम को घेरा और कहा कि कल मैं सुना हूं कि पीएम आकर बोले कि देश में जो भी साइकिल चलाते हैं वे सारे आतंकवादी हैं।
यह साइकिल चलाने वाले गरीबों पर चोट है। केजरीवाल ने कहा कि जब आप वोट डालना तो बता देना कि साइकिल चलाने वाले आतंकवादी हैं या बीजेपी वाले। आगे केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी को रोकने के लिए वह किसी भी सरकार में शामिल हो सकते हैं। केजरीवाल ने इशारों में संकेत दे दिया है कि वो सपा को समर्थन देने के लिए तैयार हैं।