चुनाव आयोग के प्रतिबंध के बीच पार्टियां प्रचार के लिए बना रही है गाने
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 चुनाव आयोग के प्रतिबंध के बीच पार्टियां प्रचार के लिए बना रही है गाने
- गाने से स्थानीय प्रतिभाओं को अपना हुनर दिखाने का मिल रहा हैं मौका
डिजिटल डेस्क, लखनऊ । चुनाव आयोग की ओर से फीजकिल रूप से प्रचार पर प्रतिबंध लगाने के बाद राजनीतिक दलों ने अब चुनावी प्रचार के लिए संगीत बनाना शुरू कर दिया है। इससे स्थानीय प्रतिभाओं को अपना हुनर दिखाने का मौका मिला है।
यूपी बीजेपी के सोशल मीडिया हेड अंकित चंदेल ने कहा कि पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कोई गाना नहीं बनाया है, लेकिन सदस्य अपने दम पर गाने रिलीज करने के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास प्रतिबद्ध और प्रतिभाशाली कार्यकर्ता हैं। उनमें से कुछ गायक हैं और उन्होंने प्रचार के लिए गाने तैयार किए हैं। पार्टी ने कुछ गीतों का चयन किया है जो पार्टी के कार्यक्रमों और बैठकों में बजाए जाएंगे।
गोरखपुर के भोजपुरी गायक सूरज मिश्रा व्यास ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में एक गाना जारी किया है। उन्होंने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद, मैंने योगी आदित्यनाथ पर एक गाना रिकॉर्ड किया, सगरो यूपी वालों को ऊपर मिलाल बा, योगी बाबा जैसा सीएम दमदार मिलाल बा (यूपी को योगी जैसे शक्तिशाली मुख्यमंत्री में उपहार मिला है)। गाने को 3.5 लाख से अधिक बार देखा गया।
व्यास ने कहा कि मैं केवल बीजेपी के लिए गाने बना रहा हूं। योगी आदित्यनाथ के लिए मेरी नई रचना विकास देख कर दिल हुआ दीवाना, सुनो जी फिर से योगी जी को लाना है। गाने को सलेमपुर के डॉ शशिकांत मिश्रा ने संगीतबद्ध किया है।
भोजपुरी सिंगर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने भी आयेंगे तो योगी ही गाना रिलीज किया है। संदीप आचार्य का गाना यूपी में गुंडई करोगे तो औकात दिखा दूंगा, गोरखपुर वाले बाबा हैं, घर नीलाम करूंगा भी लोकप्रिय हो गया है। समाजवादी पार्टी ने अपनी म्यूजिक लाइब्रेरी भी खड़ी कर दी है। सपा नेता सुनील यादव ने एक गाना जारी किया है जिसमें लिखा है, चिंता छोड़ो 22 की, तैयारी करो सफाई की।
समाजवादी पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष, धर्मेंद्र सोलंकी ने कहा कि इस चुनाव के लिए हमने अब तक जारी किए गए कुछ गीतों में बटन दबेगा साइकिल का, सुल्तान बदलने वाला है, 22 में यूपी का परिणम बदलने वाला है और आएगा जब नतीजा अखबार देख लेना, इस बार साइकिल की ऱफ्तार देख लेना।
राज्य में भूखे मवेशियों की समस्या पर उनका एक गीत भी है, जिसमें लिखा है, चाहे कुछ भी तुम कर लो जुगाड़ बाबाजी, तुमको वापस करेंगे तेरे सांड बाबा जी। पूर्व एसपी एमएलसी आशु मलिक, जिन्होंने कम से कम पांच गीतों की रचना की है, उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता अभियान के लिए अपने दम पर गाने बना रहे है और यह चलन जोर पकड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने एक गाना जारी किया है, जनता पुकारती है अखिलेश आया, जबकि एक और गीत पितृसत्ता मुलायम सिंह यादव की प्रशंसा में, तेरी अलग सबसे यहां बात मुलायम है। इस बीच, कांग्रेस काफी हद तक सोशल मीडिया पर पहले से ही लोकप्रिय लड़की हूं, लड़ सकती हूं थीम सॉन्ग के भरोसे है।
(आईएएनएस)