मानसून सत्रः दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा, अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में INDIA, पीएम ने कहा, 'सत्ता में आने की इच्छा नहीं'
- मानसून सत्र में गूंजा मणिपुर
- सदन के बाहर आप सांसद का धरना प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। आज भी लोकसभा और राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ है। हंगामे को देखते हुए लोकसभा को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। संसद के तीसरे तीन आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबित होने के बाद संजय सिंह सरकार के खिलाफ सदन के परिसर में गांधी प्रतिमा के बाहर रातभर धरना प्रदर्शन दिया और मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी को जमकर घेरा। मणिपुर मामले पर केंद्र सरकार और विपक्षी पार्टियां आमने-सामने हैं। विपक्ष मणिपुर पर पीएम मोदी से सदन में बयान चाहता है जिस पर सरकार भी मान गई है लेकिन विपक्ष सदन के 267 नियम के तहत चर्चा चाहता है। जिस पर केंद्र सरकार मंजूर नहीं है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने अहम मीटिंग बुलाई थी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी दलों के सांसदों के साथ चर्चा की। जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने सदन में भाजपा सांसदों के साथ संसदीय दल की मीटिंग की। जिसमें उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि, विपक्ष हताश नजर आ रहा है अपनी निराशा को छिपाने के लिए सदन को चलने नहीं दे रहा है।
संसदीय दल की मीटिंग में पीएम ने विपक्षी गठबंधन के नाम इंडिया पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी इंडिया लगाया था जिससे सभी वाकिफ हैं। इसके अलाला इंडिया मुसाहिदिन का जिक्र कर पीएम ने कहा उसके नाम में भी इंडिया लगा हुआ था। विपक्ष बुरी तरह बिखरा और हताश है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें। साथ ही पीएम ने कहा कि, विपक्ष को देखकर नहीं लगता कि उन्हें सत्ता में आने की कोई दिलचस्पी है।
शंकर ने विपक्ष पर बोला हमला
संसदीय दल की बैठक होने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "विपक्ष मान चुका है कि उन्हें सत्ता में नहीं आना। पीएम ने एक टिप्पणी की है कि इंडियन नेशनल कांग्रेस अंग्रेज ने बनाया था। ईस्ट इंडिया कंपनी भी अंग्रेजों ने बनाया था। आज कल लोग इंडियन मुजाहिद्दीन भी नाम रखते हैं, इंडियन पीपुल्स फ्रंट भी नाम रखते हैं।"
मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव
सदन के पटल पर रणनीति पर चर्चा करने के लिए संसद में राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष कक्ष में समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक चली। सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां सदन में अविश्वास प्रस्ताव ला सकती हैं।