Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे के मंत्री ने NCP चीफ शरद पवार पर लगाया आरोप, 'बीजेपी के साथ बैठक कर पीठ में छुरा घोंपा'
- शिंदे के मंत्री के बयान से महाराष्ट्र की सियासत में आएगा भूचाल?
- एनसीपी शरद पवार पर गिरीश महाजन का बड़ा आरोप
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत हमेशा से चर्चा में रहती है। कुछ ऐसा ही इस बार भी होता हुआ नजर आ रहा है। शिंदे सरकार में मंत्री गिरीश महाजन ने बीते दिन यानी 11 सितंबर को नासिक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार को लेकर कहा कि, साल 2019 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में सरकार बनाने के लिए नई दिल्ली में भाजपा के साथ चार बैठकें की लेकिन अंतिम समय में उन्होंने बीजेपी के पीठ पर छुरा घोंप दिया।
उन्होंने दावा किया कि, जब देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने सीएम व डिप्टी सीएम पद की शपथ सुबह-सुबह ली थी वो शरद पवार की गुगली थी। सीएम पद को लेकर शिवसेना और बीजेपी में खींचतान होने पर साल 2019 में बीजेपी ने एनसीपी नेता अजित पवार के साथ सुबह-सुबह सरकार बना ली थी लेकिन मैजिक नंबर न होने की वजह से फडणवीस की सरकार महज कुछ ही घंटों में गिर गई थी।
'पवार ने बीजेपी के साथ बैठक पर बैठक की'
गिरीश महाजन, देवेंद्र फडणवीस के काफी करीबी मानें जाते हैं। महाजन ने शरद पवार को लेकर कहा, "2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद, शरद पवार ने सरकार बनाने के लिए दिल्ली में बीजेपी नेताओं के साथ बैठक पर बैठक की। उन्होंने एक नहीं बल्कि चार बैठकें की थी।" गिरीश महाजन ने आगे कहा कि, "उस ( साल 2019) समय शिवसेना (अविभाजित) अनुचित व्यवहार कर रही थी। पवार ने हमारे नेताओं को विश्वास दिलाया था कि वे चिंता न करें।"
मंत्री महाजन ने शरद पवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, वो हमेशा से ही फडणवीस और अजित पवार की 80 घंटे तक चली सरकार के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते रहे है, जो की सत्य नहीं है।
शरद पवार ने सरकार बनाने का दिलाया था विश्वास - गिरीश महाजन
महाजन यहीं नहीं रूके उन्होंने ये भी दावा किया की चार बैठकों में शरद पवार बीजेपी को सरकार बनाने के लिए विश्वास दिलाते रहे लेकिन इसके बाद क्या हुआ सभी जानते हैं। गिरीश महाजन ने कहा कि, कुल मिलाकर देखें तो शरद पवार ही पर्दे के पीछे से फैसला ले रहे थे। दिल्ली में चार बैठकों में एक में तो खुद अजित पवार शामिल थे। शरद पवार इस बात से कभी इंकार ही नहीं कर सकते हैं। महाजन ने आगे कहा कि, शरद पवार को पीठ में छुरा घोंपने के लिए जाना जाता है, जो साल 2019 में बीजेपी के साथ कर चुके हैं।