तथाकथित शराब घोटाला: समन को अवैध बताते हुए ईडी के सामने आज पेश नहीं हुए दिल्ली सीएम केजरीवाल, कहा कोर्ट के फैसले का इंतजार करें
- ईडी को अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए
- केजरीवाल को बार-बार समन
- पूछताछ के बहाने बुलाकर गिरफ्तार करना चाहती है ईडी-आप नेता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आझ ईडी के सामने पेश नहीं होगें। तथाकथित आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में केजरीवाल को पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होने की मोहलत थी। पीटीआई के मुताबिक आप पार्टी ने अपने राष्ट्रीय संयोजक को जांच एजेंसी ईडी द्वारा जारी छठे समन को ‘अवैध’ करार दिया और कहा कि केजरीवाल को बार-बार समन भेजने के बजाय ईडी को अदालत के फैसले का इंतजार करना चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, "आज अगर हम ED को रोक दें और PMLA की धारा 45 को खत्म कर दें तो आधे नेता भाजपा छोड़ देंगे। वे (ईडी) नेताओं के भाजपा में शामिल होने के लिए जिम्मेदार एकमात्र एजेंसी हैं। कोई भी भाजपा में शामिल नहीं होगा। अगर PMLA की धारा 45 खत्म कर दी गई तो शिवराज सिंह चौहान और वसुंधरा राजे जैसे नेता अपनी अलग पार्टियां बना लेंगे।
आपको बता दें प्रवर्तन निदेशालय ने शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को छठा समन जारी कर 19 फरवरी को पेश होने को कहा, इससे पहले ईडी ने अलग अलग तारीखों में केजरीवाल को पूछताछ के लिए 5 समन भेजे थे। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भेजे गए ईडी के समन को बदले की कार्रवाई बताया था। आपको बता दें ईडी ने 31 जनवरी, 17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और 2 नवंबर को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को समन भेजा था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।
ईडी की ओर से जारी किए जा रहे समन को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दावा किया कि ये सारी प्रक्रिया आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए रची जा रही है। ईडी उन्हें पूछताछ के बहाने बुलाकर गिरफ्तार करना चाहती है। आप का कहना ईडी को जो पूछना है उन सवालों को लिखकर भेज सकती है। तथाकथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के सीएम केजरीवाल को भी पूछताछ के लिए इसी मामले में समन भेजा गया है। केजरीवाल ईडी के समन को गैरकानूनी बताते आ रहे है। केजरीवाल ईडी के नोटिस को राजनीति से प्रेरित बताते है। केजरीवाल का कहना है कि मैंने अपना जीवन ईमानदारी और पारदर्शिता से जिया। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।