हेमंता बिस्वा सरमा के 'गांरटी' वाले बयान पर भूपेश बघेल का पलटवार, कहां- बिना रीढ़ का आदमी एक जांच में भाजपा के गोद में जा बैठा
भूपेश बघेल का पलटवार
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों में ही होड़ लगी है कि कौन कितना जनता से अपने पार्टी के लिए समर्थन जुटा पता है। बीजेपी प्रदेश में चुनाव प्रचार करने के लिए अपने तमाम वरिष्ठ नेताओं को चुनावी मैदान में उतार दी है जो धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे हैं। कर्नाटक में चुनाव प्रचार करने के लिए पूर्वोत्तर राज्य के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा भी गए हुए हैं जहां वो जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
सरमा ने आज मंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जिसमें उन्होंने कांग्रेस और पार्टी के नेता राहुल और सोनिया गांधी के बारे में कहा, "कर्नाटक में राहुल गांधी लोगों को गारंटी दे रहे हैं, मेरा सवाल है कि राहुल गांधी की गारंटी कौन लेगा। सोनिया गांधी पिछले 20 साल से अकेले राहुल गांधी को खड़ा करने की लड़ाई लड़ रही हैं, अब यह व्यक्ति कैसे आकर कर्नाटक के लोगों को गारंटी दे सकता है।" इसी बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरमा पर पलटवार किया है। और कहा है कि कांग्रेस ने ही उन्हें पहचान दिलाई है वो इसे न भूले।
सरमा के वार पर पलटवार
सीएम भूपेश बघेल ने एएनआई से खास बातचीत में हेमंता बिस्वा सरमा के बयान पर कहा, "हिमंता बिस्वा सरमा से ज्यादा लालची आदमी कोई है ही नहीं, उन्हें पहचान ही कांग्रेस पार्टी ने दी है। बिना रीढ़ का आदमी एक जांच क्या बैठी कि भाजपा की गोद में जा बैठे। उनकी नैतिकता क्या है कि वो सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप लगाएं।"
विवादित बयान से बचे नेता
आपको बता दें कि, कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनैतिक दलों के नेता एक दूसरे पर खूब बयानबाजी कर रहे हैं। हाल के दिनों में जिस तरह विषकन्या और जहरीला सांप कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान गुंजा है इसे किसी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता है। हालांकि, अभी भी विवादित बयानबाजी का दौर चालू ही है। इन विवादित बयानों से नेताओं को बचने की जरूरत है क्योंकि वो जनता द्वारा चुने हुए एक जनप्रतिनिधि हैं।
8 मई को थम जाएगा चुनाव प्रचार
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई को वोटिंग होने वाली है। जबकि 13 मई को इसके नतीजे घोषित किए जाएंगे। वहीं चुनाव प्रचार का शोर कल यानी 8 मई को थम जाएगा। जिसे देखते हुए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही चुनाव प्रचार को और तेज कर दी हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा वोटर्स को लुभाया जा सके।