विपक्षी एकता की बैठक में न्योता न मिलने पर बिफरी AIMIM, बोली- नीतीश, उद्धव अचानक सेक्युलर कैसे? 'हम अछूत नहीं'
- विपक्षी एकता की बैठक के लिए न्योत न मिलने पर भड़की AIMIM
- नीतीश पर उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों ने 17 और 18 जुलाई को बैठक बुलाई थी। इस मीटिंग में सभी राजनीतिक दलों ने मिलकर मोदी सरकार को हराने के लिए रणनीति बनाई। इस बैठक में देश की 26 प्रमुख पार्टियां शामिल हुई थी। लेकिन विपक्ष की महाबैठक में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) शामिल नहीं थी। जिसको लेकर अब सियासत गरमाती हुई नजर आ रही है और पार्टी के प्रवक्ता वारिस पठान ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया है।
एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान ने बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमें नहीं बुलाया गया क्या उनके लिए हम राजनीतिक अछूत हैं। पठान ने विपक्षी एकता पर करारा वार करते हुए कहा कि, इस बैठक में नीतीश कुमार, उद्धव ठाकरे और महबूबा मुफ्ती भी शामिल हुए थे, जो तीनों बीजेपी के साथ सरकार बना चुके हैं। सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने आगे कहा कि, ये नेता कब से सेक्युलर हो गए। केजरीवाल का जिक्र करते हुए वारिस ने कहा कि, मजे की बात तो यह भी है कि विपक्षी एकता की बैठक में अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए जिन्होंने गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जमकर गालियां दी थी। जिसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। अब स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है दोनों एक साथ एक ही मंच पर बैठे नजर आ रहे हैं।
पीएम मोदी को सत्ता से दूर करना होगा- वारिस
वारिस पठान ने विपक्ष पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, बैठक में न बुलाकर एआईएमआईएम को अलग थलग करने का प्लान हो रहा है। पठान ने कहा कि, जिस तरह विपक्ष का मुद्दा बीजेपी को हराना और लोकतंत्र और संविधान को बचाना है वही हमारा भी है। लेकिन क्या विपक्ष ने जो किया वैसा करना उचित है। वारिस ने जोर देकर कहा कि, साल 2024 के लोकसभा चुनाव में एक ही मुद्दा है वो पीएम मोदी को सत्ता से दूर कैसे रखा जाए।
इग्नोर कर रहा है विपक्ष
यूपीए की सरकार का जिक्र करते हुए वारिस पठान ने कहा कि, यूपीए गठबंधन के दौरान एआईएमआईएम साथ थी। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल का नाम लेते हुए पठान ने कहा कि साहेब पहली बैठक में आपके साथ आए और अब बीजेपी के साथ चले गए हैं अब वहां मंत्री बनने जा रहे हैं, वो आपको नहीं दिखता और एक शख्स जो संविधान को बचाने की बात कर रहा है, यूसीसी के खिलाफ लड़ रहा है, आप इस तरह से उसे कैसे इग्नोर कर सकते हैं।
असली बी टीम कौन?
एआईएमआईएम नेता ने विपक्षी दलों पर वार करते हुए कहा कि, मुसलमानों का वोट तो इन सबको चाहिए लेकिन जो उसका प्रतिनिधित्व कर रहा है वो साथ नहीं चाहिए। पठान ने कहा कि, बीजेपी की बी टीम सभी राजनैतिक दल बोलते हैं लेकिन अब साफ हो चला है कि आखिर बीजेपी की बी टीम कौन है।