विज्ञान/प्रौद्योगिकी: सत्या एस. त्रिपाठी क्लीनटेक फर्म एटेरो के निदेशक मंडल में शामिल हुए

ई-वेस्ट रिसाइक्लर और लिथियम-आयन बैटरी रीसाइक्लिंग में दुनिया की अग्रणी कंपनी एटेरो ने मंगलवार को घोषणा की कि सत्य एस. त्रिपाठी उनके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में स्वतंत्र सदस्य के रूप में शामिल हुए हैं।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-19 10:04 GMT

नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। ई-वेस्ट रिसाइक्लर और लिथियम-आयन बैटरी रीसाइक्लिंग में दुनिया की अग्रणी कंपनी एटेरो ने मंगलवार को घोषणा की कि सत्य एस. त्रिपाठी उनके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में स्वतंत्र सदस्य के रूप में शामिल हुए हैं।

त्रिपाठी के पास सतत विकास और नवीन वित्त पोषण के क्षेत्र में काफी अनुभव है। उनके आने से एटेरो के उस मिशन को मजबूती मिलेगी जो महत्वपूर्ण खनिजों के लिए नई खदानों पर निर्भरता कम करने और ई-कचरे के पर्यावरण अनुकूल प्रबंधन की दिशा में है।

सत्य एस. त्रिपाठी वर्तमान में न्यूयॉर्क स्थित ग्लोबल एलायंस फॉर ए सस्टेनेबल प्लैनेट के महासचिव और भुवनेश्वर की कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के कुलाधिपति हैं। वह ग्लोबल एथिकल फाइनेंस इनिशिएटिव के ग्लोबल स्टीयरिंग ग्रुप और पेरिस पीस फोरम की जूरी में भी शामिल हैं। इसके अलावा, वह वॉटर यूनाइट ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं।

उनका करियर 20 साल से अधिक समय तक संयुक्त राष्ट्र में विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिकाओं से जुड़ा रहा है। वह हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में सहायक महासचिव और न्यूयॉर्क स्थित पर्यावरण कार्यालय के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे।

संयुक्त राष्ट्र में दो दशकों से अधिक समय तक उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं। हाल ही में, वे संयुक्त राष्ट्र के सहायक महासचिव, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण के न्यूयॉर्क कार्यालय के प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रबंधन समूह के सचिव थे। उन्होंने युद्ध के बाद बोस्निया में संयुक्त राष्ट्र के लिए मानवाधिकार जांच प्रमुख, संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाली साइप्रस एकीकरण वार्ता के लिए समितियों के अध्यक्ष और सुनामी के बाद के पुनर्निर्माण प्रयासों के लिए 7 बिलियन डॉलर से अधिक की अंतर्राष्ट्रीय सहायता जुटाना जैसे अनेक कार्य किए हैं।

एटेरो के सीईओ और सह-संस्थापक नितिन गुप्ता ने कहा, "हम त्रिपाठी का स्वागत करके बेहद उत्साहित हैं। उनका सतत विकास का विजन एटेरो के सर्कुलर इकोनॉमी और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लक्ष्यों से मेल खाता है।"

उन्होंने आगे कहा, "त्रिपाठी एटेरो के संचालन और परियोजनाओं को वैश्विक पर्यावरण मानकों के अनुरूप बनाए रखने में मदद करेंगे। उनके मार्गदर्शन से हम पर्यावरण संरक्षण और सर्कुलर इकोनॉमी में नए आयाम स्थापित करेंगे।"

उनके मार्गदर्शन में, एटेरो निरंतर सुधार और नवाचार सुनिश्चित करते हुए, ई-कचरे और लिथियम बैटरी के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए अत्याधुनिक रीसाइक्लिंग तकनीकों का विकास और कार्यान्वयन जारी रखेगा। वह अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और भागीदारों के साथ मिलकर काम करेंगे, जिससे एटेरो का वैश्विक प्रभाव और कार्यक्षेत्र बढ़े।

त्रिपाठी अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर एटेरो का प्रतिनिधित्व करेंगे। वह ई-कचरे और लिथियम बैटरी रीसाइक्लिंग से जुड़ी जानकारियां और बेहतर तरीकों को साझा करेंगे।

एटेरो दुनिया की एकमात्र कंपनी है, जिसे ई-कचरा और लिथियम-आयन कचरे के रीसाइक्लिंग के लिए कार्बन क्रेडिट मिला है। 2008 में रोहन गुप्ता और नितिन गुप्ता द्वारा स्थापित यह कंपनी कोबाल्ट, निकल, लिथियम, ग्रेफाइट, तांबा, चांदी, सोना, मैंगनीज और एल्युमीनियम जैसी महत्वपूर्ण शुद्ध धातुओं को निकाल सकती है और सर्कुलर इकोनॉमी वैल्यू चेन को पूरा करती है।

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