संस्कृति: पीएम मोदी ने छत्रपति संभाजी नगर में महंत सुभद्रा आत्या समेत कई प्रमुख धर्मगुरुओं से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महंत सुभद्रा आत्या से मुलाकात की। वह शिक्षा और बालिकाओं को सशक्त बनाने के क्षेत्र में अपने काम के लिए जानी जाती हैं। इनके अलावा पीएम मोदी ने छत्रपति संभाजी नगर में महामंडलेश्वर स्वामी शांतिगिरी महाराज, उपाध्याय श्री ऋषि प्रवीण और परम पूज्य बाभुलगांवकर महाराज से भी मुलाकात की।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महंत सुभद्रा आत्या से मुलाकात की। वह शिक्षा और बालिकाओं को सशक्त बनाने के क्षेत्र में अपने काम के लिए जानी जाती हैं। इनके अलावा पीएम मोदी ने छत्रपति संभाजी नगर में महामंडलेश्वर स्वामी शांतिगिरी महाराज, उपाध्याय श्री ऋषि प्रवीण और परम पूज्य बाभुलगांवकर महाराज से भी मुलाकात की।
मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "छत्रपति संभाजी नगर में मेरी मुलाकात महंत सुभद्रा आत्या से हुई। वह महानुभाव पंथ से जुड़ी रही हैं। बालिकाओं की शिक्षा और उन्हें सशक्त बनाने में उनका काम बहुत प्रेरणादायक है।"
पीएम नरेंद्र मोदी ने परम पूज्य बाभुलगांवकर महाराज से मुलाकात की, जो अपने उत्कृष्ट विचारों और लेखन के लिए व्यापक रूप से सम्मानित हैं। उन्होंने पोस्ट में कहा, "परम पूज्य बाभुलगांवकर महाराज अपने महान विचारों और लेखन के लिए व्यापक रूप से सम्मानित हैं। उन्होंने कई किताबें लिखी हैं और इसके लिए उन्हें कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है। आज सुबह छत्रपति संभाजी नगर में उनसे मुलाकात हुई।"
पीएम मोदी ने एक और पोस्ट में कहा कि छत्रपति संभाजी नगर में महामंडलेश्वर स्वामी शांतिगिरी महाराज से मुलाकात की। वे कई सामुदायिक सेवा प्रयासों में अग्रणी रहे हैं और गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए काम करते रहे हैं।
पीएम मोदी ने एक पोस्ट में कहा, "उपाध्याय श्री ऋषि प्रवीण जी से मिलकर बहुत अच्छा लगा। जैन ग्रंथों और संस्कृति के अध्ययन के लिए उन्हें व्यापक रूप से सम्मान प्राप्त है। उन्होंने सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए पूरे भारत में व्यापक यात्रा की है।"
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का चुनाव केवल नई सरकार चुनने का ही चुनाव नहीं है। इस चुनाव में एक ओर संभाजी महाराज को मानने वाले देशभक्त हैं और दूसरी ओर औरंगजेब के गुणगान करने वाले लोग हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित होंगे।
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