रक्षा: रूस की परमाणु हमले की चेतावनी, 'अगर यूक्रेन ने किया पश्चिमी मिसाइलों का इस्तेमाल तो...'
रूस ने यूक्रेन को परमाणु हमले की धमकी दी है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि मॉस्को के संशोधित परमाणु सिद्धांत में इस बात की संभावना शामिल है कि यदि कीव रूस के खिलाफ पश्चिमी मिसाइलों का उपयोग करता है तो मॉस्को की तरफ से परमाणु प्रतिक्रिया हो सकती है।
मॉस्को, 20 नवंबर (आईएएनएस)। रूस ने यूक्रेन को परमाणु हमले की धमकी दी है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि मॉस्को के संशोधित परमाणु सिद्धांत में इस बात की संभावना शामिल है कि यदि कीव रूस के खिलाफ पश्चिमी मिसाइलों का उपयोग करता है तो मॉस्को की तरफ से परमाणु प्रतिक्रिया हो सकती है।
पेस्कोव ने मंगलवार को कहा, "यदि संप्रभुता या क्षेत्रीय अखंडता के लिए गंभीर खतरा पैदा होता है या रूस और बेलारूस गणराज्य के खिलाफ आक्रमण की स्थिति में रूसी संघ को पारंपरिक हथियारों के साथ परमाणु हथियारों का उपयोग करने का अधिकार है।'
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को रूस के संशोधित परमाणु सिद्धांत को मंजूरी देने वाले आदेश पर हस्ताक्षर किए।
पेस्कोव ने आगे कहा कि यूक्रेन द्वारा पश्चिमी गैर-परमाणु मिसाइलों के इस्तेमाल को, एक ऐसे हमले के रूप में देखा जाएगा जो एक न्यूक्लियर स्टेट के समर्थन से एक गैर-परमाणु राज्य करेगा और यह स्थिति संभवतः मास्को द्वारा परमाणु हथियारों के उपयोग को उचित ठहराने वाली होगी।
प्रवक्ता ने कहा कि रूस के संशोधित परमाणु सिद्धांत में यह रेखांकित किया गया है कि "किसी परमाणु राज्य की भागीदारी या समर्थन से किसी भी गैर-परमाणु राज्य द्वारा रूस के विरुद्ध आक्रमण" को एक संयुक्त हमला माना जाएगा।
बता दें राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए लंबी दूरी की अमेरिकी मिसाइलों का इस्तेमाल करने की हरी झंडी दे दी है।
अमेरिकी मीडिया की खबरों के मुताबिक उत्तर कोरिया की ओर से युद्ध में मास्को की मदद के लिए हजारों सैनिकों की 'कथित' तैनाती के जवाब में यूएस प्रेसिडेंट ने यह फैसला लिया है। सोल और वाशिंगटन दोनों ने इस बात का दावा कर रहे हैं कि रूस के पश्चिमी सीमावर्ती कुर्स्क क्षेत्र में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों ने यूक्रेनी सेना के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की लंबे समय से यह मांग करते आए हैं कि रूस के अंदर लक्ष्यों को भेदने के लिए कीव को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (एटीएसीएमएस) का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाए। एटीएसीएमएस 300 किमी (186 मील) तक जा सकती हैं।
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