अंतरराष्ट्रीय: सूडान अर्धसैनिक बल के कथित हमले में 15 की मौत, 20 घायल; होवित्जर तोपों का हुआ इस्तेमाल

पश्चिमी सूडान में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्वारा किए गए हमले में कम से कम 15 नागरिक मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए। 'सूडानी सशस्त्र बल' (एसएएफ) की छठी इन्फैंट्री डिवीजन ने रविवार को यह जानकारी दी।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-24 13:05 GMT

खार्तूम, 24 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिमी सूडान में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्वारा किए गए हमले में कम से कम 15 नागरिक मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए। 'सूडानी सशस्त्र बल' (एसएएफ) की छठी इन्फैंट्री डिवीजन ने रविवार को यह जानकारी दी।

डिवीजन ने एक बयान में कहा कि आरएसएफ मिलिशिया ने उत्तरी दारफुर प्रांत की राजधानी अल फशेर के नैवाशा बाजार पर शनिवार शाम को तीन होवित्जर तोपों से हमला किया।

डिवीजन ने आरएसएफ पर बाजारों और सभा स्थलों पर गोलाबारी करके नागरिकों को बकायदा निशाना बनाने का आरोप लगाया। हालांकि, आरएसएफ ने अब तक कथित हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, 10 मई से अल फशेर में एसएएफ और आरएसएफ के बीच हिंसक झड़पें चल रही हैं।

अप्रैल 2023 के मध्य से सूडान तो प्रतिद्वंद्वी बलों एसएएफ और आरएसएफ के बीच विनाशकारी संघर्ष की चपेट में है। 'आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा प्रोजेक्ट' के ताजा अपडेट के अनुसार, इस घातक संघर्ष में अब तक 27,120 से अधिक लोगों की मौत को चुकी है।

अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, संघर्ष ने सूडान के अंदर या बाहर 1.4 करोड़ से अधिक लोगों को विस्थापित किया है।

इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने पश्चिमी सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य में जमजम शरणार्थी शिविर में सहायता सामग्री काफिले के पहुंचने की घोषणा की थी। यह अगस्त के बाद से पहला सहायता काफिला है जो यहां पहुंचा है।

डब्ल्यूएफपी ने एक बयान जारी कर कहा कि शुक्रवार को उत्तरी दारफुर के जमजम शिविर में पहला खाद्य सहायता काफिला पहुंचा, जबकि अन्य काफिले दूसरे दुर्गम क्षेत्रों की ओर जा रहे हैं।

बयान में कहा गया कि अगस्त में अकाल की पुष्टि होने के बाद से उत्तरी दारफुर के जमजम में शिविर में पहुंचने वाला यह पहला काफिला है।

बयान के अनुसार, डब्ल्यूएफपी खाद्य सहायता ले जाने वाले 700 से अधिक ट्रक सूडान भर में रवाना हो चुके हैं। डब्ल्यूएफपी ने 14 जगहों को अपने-अपने क्षेत्रों में खाद्य असुरक्षा और अकाल के जोखिम की गंभीरता के कारण हॉटस्पॉट के रूप में वर्गीकृत किया है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Similar News