यशवंत सिन्हा को मिली श्रीनगर में एंट्री, हिरासत में लिए नेताओं से कर सकते हैं मुलाकात
यशवंत सिन्हा को मिली श्रीनगर में एंट्री, हिरासत में लिए नेताओं से कर सकते हैं मुलाकात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा समेत तीन लोगों को जम्मू-कश्मीर में एंट्री की परमिशन मिल गई है। सिंतबर में उन्हें जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस लौटा दिया था। यशवंत सिन्हा के अलावा प्रशासन ने पूर्व नौकरशाह वजाहत हबीबुल्लाह, पत्रकार भारत भूषण और सिविल सोसाइटी एक्टिविस्ट कपिल काक को भी श्रीनगर जाने की अनुमति दी गई है।
चार सदस्यीय टीम जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को रद्द करने के सरकार के फैसले के बाद क्षेत्र में जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए चार दिवसीय दौरे पर है। सिन्हा और अन्य लोग घाटी में स्थानीय लोगों से मिल रहे हैं। एक सूत्र ने कहा कि वे हिरासत में लिए गए मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं से भी मिल सकते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कन्सर्न्ड सिटिजन्स ग्रुप के सदस्यों ने 25 नवंबर को लौटने और क्षेत्र में जमीनी स्थिति पर अपनी रिपोर्ट पेश करने की योजना बनाई है।
इससे पहले दिन में यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा था, "कन्सर्न्ड सिटिजन्स ग्रुप के साथ जमीनी हालात और सरकार के फैसले से हुए आर्थिक नुकसान का जायजा लेने श्रीनगर जा रहा हूं। आशा करता हूं कि हमें प्रवेश की इजाजत मिल जाएगी।"
On way to Srinagar, Kashmir with the Concerned Citizens Group to make an independent assessment of the situation on the ground and the economic loss caused by govt"s action. Hope will be allowed to enter.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) November 22, 2019
बता दें कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द करने के अपने फैसले की घोषणा की थी। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के लिए एक कानून लाया गया। राज्यसभा में इसे उसी दिन पास कर दिया गया जबकि लोकसभा से इसे अगले दिन मंजूरी मिली।
सरकार ने सुरक्षा के मद्देनजर घाटी के मुख्यधारा के नेताओं को हिरासत में ले लिया था और संचार प्रतिबंध लगा दिए थे। इनमें से काफी सारे प्रतिबंध अब हटा दिए गए हैं, हालांकि इंटरनेट अभी भी बंद है।