चीन को जवाब: भारत-अमेरिका की नौसेना ने साथ मिलकर अंडमान निकोबार के पास समुद्र में किया युद्धाभ्यास
चीन को जवाब: भारत-अमेरिका की नौसेना ने साथ मिलकर अंडमान निकोबार के पास समुद्र में किया युद्धाभ्यास
- एयरक्राफ्ट कैरियर USS निमित्ज कर रहा अमेरिकी बेड़े की आगुआई
- दोनों देशों की सेनाओं की एक्सरसाइज को पासेक्स नाम दिया गया गया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी और अपनी विस्तारवादी नीति के कारण चीन पूरी दुनिया के निशाने पर है। लद्दाख में चीन से सीमा विवाद के बीच भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के एक बेड़े ने अमेरिकी नौसेना के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में अंडमान निकोबार के पास सोमवार से समुद्र में युद्धाभ्यास शुरू किया है। अमेरिकी बेड़े की आगुआई एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस निमित्ज कर रहा है जो परमाणु क्षमता से लैस है। इस मिलिट्री एक्सरसाइज में तीन अमेरिकी वॉरशिप भी शामिल हैं।
Indian Navy units undertook Passage Exercise (PASSEX) with units of US Navy-Nimitz Carrier Strike Group as they transit through Indian Ocean Region.
— ANI (@ANI) July 20, 2020
(Video source: Indian Navy) pic.twitter.com/llvxbOjjNd
युद्धाभ्यास में भारतीय नौसेना के चार अग्रणी युद्धपोतों ने ‘पासेक्स’ भागीदारी की
अधिकारियों ने बताया कि भारतीय नौसेना के चार अग्रणी युद्धपोतों ने ‘पासेक्स’ अभ्यास में भागीदारी की। यह कवायद ऐसे वक्त हुई जब अमेरिकी कैरियर स्ट्राइक ग्रुप दक्षिण चीन सागर से हिंद महासागर क्षेत्र से गुजर रहा था। USS निमित्ज दुनिया का सबसे बड़ा युद्धपोत है और दोनों सेनाओं के बीच इस अभ्यास की अहमियत इसलिए बढ़ गई है, क्योंकि यह ऐसे वक्त हुआ है जब पूर्वी लद्दाख और दक्षिण चीन सागर में चीन की सेना आक्रामक रुख अपनाए हुए है।
निमित्ज अमेरिका के सातवें बेड़े में शामिल है। परमाणु ऊर्जा से चलने वाले इस जहाज को 3 मई 1975 को अमेरिकी नौसेना में शामिल किया गया था। 332 मीटर लंबे इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर 90 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स के अलावा 3000 के आसपास नौसैनिक तैनात होते हैं। यूएसएस निमित्ज चीन के नजदीक साउथ चाइना सी में एक्सरसाइज खत्म करने के बाद यहां आया है।
अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फ्रांस की नौसेनाओं ने आपसी सहयोग को गहरा किया
अधिकारियों ने बताया कि तेजी से उभरते क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य के मद्देनजर भारतीय नौसेना, अमेरिकी नौसेना और जापान समुद्री सुरक्षा बल जैसे मित्र नौसैन्य बलों के साथ अपने परिचालन सहयोग को भी बढ़ाया है। संसाधन संपन्न क्षेत्र में चीन की नौसेना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और फ्रांस की नौसेनाओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अपने आपसी सहयोग को गहरा किया है।
बता दें कि भारत ने पिछले महीने जापान की नौसेना के साथ भी इसी तरह का अभ्यास किया था। भारतीय नौसेना ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लगी सीमा पर गतिरोध के मद्देनजर हिंद महासागर क्षेत्र में अपने निगरानी अभियान तथा परिचालन तैनाती को बढ़ा दिया है। सरकार ने सेना के तीनों अंगों को हाई अलर्ट पर रखा है।