- जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक भूमिगत सुरंग
- डीजीपी दिलबाग सिंह ने रविवार को इसकी जानकारी दी
डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक भूमिगत सुरंग का पता चला है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने रविवार को इसकी जानकारी दी। वहीं बीएसएफ जम्मू के आईजी एस एन जामवाल ने कहा, "ऐसा लगता है कि नगरोटा एनकाउंटर में शामिल आतंकवादियों ने 30-40 मीटर लंबी सुरंग का इस्तेमाल किया क्योंकि यह नई टनल है। हमें लगता है कि आतंकियों के पास एक गाइड था जिसने उन्हें हाइवे तक पहुंचाया।" दरअसल, सुरक्षाबलों को संदेह था कि नगरोटा में मारे गए जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकवादियों ने पाकिस्तान से देश में घुसने के लिए सुरंग का इस्तेमाल किया होगा। इसी वजह से सुरंग का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया।
JK: Tunnel detected near International Border in Samba sector by BSF JK police.
— ANI (@ANI) November 22, 2020
"It seems terrorists involved in Nagrotra encounter used this 30-40 metre long tunnel as it"s a fresh one. We believe they had a guide who took them till highway," says N S Jamwal, IG, BSF Jammu pic.twitter.com/ghmueuhAR2
बता दें कि नगरोटा के पास जम्मू में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में जैश के 4 आतंकी मारे गए थे। आतंकी ट्रक में भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद ले जा रहे थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों के पास से 11 एके-47 राइफल और पिस्तौलें भी बरामद की गई हैं। पूरी संभावना है कि वे कोई बड़ी योजना बना रहे थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने कहा था जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादियों के समूह ने बुधवाक रात सांबा में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से भारत में घुसपैठ की थी। ये चारों कश्मीर की ओर जाने वाले एक ट्रक में यात्रा कर रहे थे। इस ट्रक को टोल प्लाजा के पास पुलिस ने रोका गया जिसके बाद हुई मुठभेड़ में ये चारों मारे गए।
जम्मू के आईजी मुकेश कुमार ने कहा, आतंकियों के इस मूवमेंट के बारे में हमें खास इनपुट मिला था। हमें पता चला था कि ये आतंकवादी आगामी जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों में रुकावट डालने की योजना बना रहे थे। इनपुट मिलने के बाद राजमार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई और वाहनों की पूरी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सुबह 5 बजे के आसपास आतंकियों को ले जा रहे ट्रक को जब रोका गया तो पूछताछ करने पर ड्राइवर अचकचा गया और कूदकर भागने लगा। पुलिस की टीम पर ट्रक के अंदर से गोली चली और फिर जवाबी कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादी मारे गए। उनके पास से 11 एके-47 राइफल और 3 पिस्तौल सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। कुमार ने कहा, वे बड़ी योजना बना रहे थे। प्रत्येक आतंकवादी कम से कम 3 एके-47 राइफल ले जा रहा था।
जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करने के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाई लेवल मीटिंग की थी। इस मीटिंग में गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव शामिल हुए। नगरोटा मुठभेड़ से संबंधित अधिकारी भी इस मीटिंग में मौजूद रहें। बताया जा रहा है कि आतंकी 26/11 की बरसी पर बड़ा आतंकी हमला करना चाहते थे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मीटिंग के बाद कहा, "हमारे सुरक्षा बलों ने एक बार फिर अत्यंत बहादुरी और पेशेवर तरीका प्रदर्शित किया। उनकी सतर्कता के कारण, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर के लोकतांत्रिक प्रयासों को खत्म करने के एक नापाक साजिश को हराया है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 4 आतंकवादियों का एनकाउंटर और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की मौजूदगी यह संकेत देती है कि साजिश को एक बार फिर विफल कर दिया गया है।"