भोपाल : लापता हुए 3 साल के मासूम की हत्या, घर के पास से मिला जला हुआ शव
भोपाल : लापता हुए 3 साल के मासूम की हत्या, घर के पास से मिला जला हुआ शव
- बैरागढ़ चिचली गांव से लापता हुए तीन साल के मासूम की हत्या कर दी गई है
- मंगलवार को घर के पास से ही जली हुई हालत में उसका शव मिला
- मासूम का अपहरण रविवार को किया गया था
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कोलार इलाके के बैरागढ़ चिचली गांव से लापता हुए तीन साल के मासूम (वरुण मीणा) की हत्या कर दी गई है। मंगलवार को घर के पास से ही जली हुई हालत में उसका शव मिला है। मासूम का अपहरण रविवार को किया गया था। पुलिस की कई टीमें मासूम की तलाश में जुटी हुई थी, लेकिन वह उसे बचाने में नाकाम रही।
पुलिस की लापरवाही आई सामने
पुलिस के मुताबिक, मासूम का शव घर से करीब 70 फीट की दूरी पर एक मकान में मिला है। ये मकान काफी सालों से बंद था। मासूम को एक गद्दे में लपेटकर जलाया गया है। इस घर के पीछे का दरवाजा पुलिस को खुला हुआ मिला। आशंका जताई जा रही है कि इसी दरवाजे से आरोपी घर में दाखिल हुए और मासूम की हत्या करने के बाद उसके शव को जला दिया। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है, क्योंकि जिस दिन से बच्चा लापता था, पुलिस ने घर के सामने के मकान की तलाशी नहीं ली।
सीएम कमलनाथ ने जताया शोक
सीएम कमलनाथ ने मासूम की हत्या पर शोक जताया है और आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने के निर्देश दिए हैं। सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, "भोपाल के बैरागढ़ चिचली इलाके से गायब मासूम बालक वरुण के प्रयासों के बावजूद सकुशल नहीं बच पाने की खबर बेहद दुखद, मन को द्रवित करने वाली है। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पीड़ित परिवार के साथ पूरी सरकार खड़ी है। आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जायेगा।"
भोपाल के बैरागढ़ चिचली इलाके से गायब मासूम बालक वरुण के प्रयासों के बावजूद सकुशल नहीं बच पाने की खबर बेहद दुखद,मन को द्रवित करने वाली।परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 16, 2019
पीड़ित परिवार के साथ पूरी सरकार खड़ी है।आरोपियों को शीघ्र पकड़ने के निर्देश
किसी भी दोषी को बख़्शा नहीं जायेगा
क्या है मामला?
ग्राम बैरागढ़ चिचली में रहने वाले विपिन मीणा का 3 साल का बेटा वरुण रविवार शाम को अचानक लापता हो गया। दरअसल, वरुण अपने घर के बाहर खेल रहा था, तभी उसके दादा नारायण सिंह मीणा घर पहुंचे। वे वन विभाग में नाकेदार हैं। वरुण ने उनसे टॉफी दिलाने की जिद की तो वे 10 रुपए देकर घर में चले गए। काफी समय बीतने के बाद भी जब वरुण नहीं लौटा तो आसपास के लोगों ने परिजनों के साथ मिलकर बच्चे की तलाश शुरू की। काफी मशक्कत के बाद भी जब वरुण का कही कोई पता नहीं चला तो नारायण सिंह ने कोलार पुलिस को घटना की सूचना दी।