थानाध्यक्ष व दरोगा ने कोर्ट रूम में बहस के दौरान जज के साथ की मारपीट, फिर तान दी पिस्तौल
कानून के रक्षक बनें भक्षक थानाध्यक्ष व दरोगा ने कोर्ट रूम में बहस के दौरान जज के साथ की मारपीट, फिर तान दी पिस्तौल
- कोर्ट रूम में पुलिसकर्मियों ने जज से की मारपीट
- जज के ऊपर आरोपियों ने ताना पिस्टल
- पटना हाईकोर्ट ने जज के साथ मारपीट के मामले को संज्ञान में लिया
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में अब जब जज नहीं सुरक्षित है फिर जनता कैसे हो सकती है? बिहार में जंगलराज का इससे बढ़िया उदाहरण और क्या हो सकता है? जी हां आपको ऐसे ही खबरों से रूबरू कराने जा रहें जिसको पढ़कर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। बता दें कि बिहार के मधुबनी जिले में व्यवहार न्यायालय में उस वक्त हंगामा मच गया जब दो पुलिसकर्मियों ने ही जज अविनाश कुमार को बुरी तरह पीट दिया और फिर उन पर पिस्टल तान दी।
पुलिसकर्मियों की दबंगई से मचा हड़कंप
आपको बता दें कि मामला मधुबनी के झंझारपुर का है जहां दो पुलिसकर्मियों पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अविनाश कुमार पर हमला करने और उन्हें गंदी और भद्दी गाली देने का आरोप लगा है। बता दें की दोनों आरोपी घोघरडीहा थाना में कार्यरत हैं जिसमें एक गोपाल प्रसाद घोघरडीहा थाना के थानाध्यक्ष हैं वहीं दूसरा आरोपी उसी थाना में SI के पद पर है। जानकारी के मुताबिक एडीजे अविनाश कुमार पर यह हमला थानाध्यक्ष गोपाल प्रसाद व उपनिरीक्षक अभिमन्यु ने बीच बहस के दौरान किया। रिपोर्ट के मुताबिक गोपाल प्रसाद और अभिमन्यु कुमार ने जज पर अचानक हमला कर दिया और उनसे मारपीट करने लगे थे। हालांकि इस हमले के बाद भी ADJ अविनाश कुमार सुरक्षित हैं। दोनों आरोपियों को ADJ पर हमला करने के मामले में जेल भेज दिया गया है।
पटना हाईकोर्ट ने मामले को लिया संज्ञान में
बता दें कि जज के साथ मारपीट के मामले को पटना हाईकोर्ट ने संज्ञान में लिया है तथा पूरे मामले की सुनवाई 29 नवंबर को होगी। इस पूरे प्रकरण को लेकर बिहार सरकार के प्रमुख सचिव, पुलिस महानिदेशक पटना, गृह विभाग और मधुबनी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) से जवाब मांगा है। बता दें कि जज पर हमले के दौरान बीच बचाव करने आए कई वकील भी घायल हो गए। उन्हें मामूली चोट आई है।
अपने फैसले को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहे जज
बता दें कि ADJ अक्सर अपने फैसले को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने एक मामले में आरोपी पर ठीक से धाराएं नहीं लगाने की वजह से एसपी और डीएसपी पर भी टिप्पणी की थी और कहा था कि उन्हें कानून की जानकारी ही नही है। दरअसल, जज अविनाश जिले के एसपी पर भी अपने जजमेंट के दौरान कई बार टिप्पणी कर चुके हैं। जिस मामले में दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को कोर्ट में पेश होना था। उसी की सुनवाई के दौरान दोनों ने हमला किया।
बार एसोसिएशन ने किया घटने की निंदा
गौरतलब है कि जज के ऊपर हुए हमले की निंदा बार एसोसिएशन झंझारपुर के उपाध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह से कोर्ट रूम में बीच बहस के दौरान दो पुलिसकर्मियों द्वारा जज साहब पर हमला किया गया है वो काफी निंदनीय और न्याय व्यवस्था को दबाने की कोशिश है। उन्होंने इस पूरे मामले में जिले के पुलिस कप्तान पर भी सवालिया निशान खड़ा किया है। बार एसोसिएशन अधिवक्ता ने पूरे मामले की जांच कर त्वरित कार्रवाई की मांग की है और न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।