सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा की बेल याचिका पर यूपी सरकार को भेजा नोटिस
नई दिल्ली सुप्रीम कोर्ट ने आशीष मिश्रा की बेल याचिका पर यूपी सरकार को भेजा नोटिस
- एक सप्ताह के भीतर आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत याचिका पर मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा। आशीष मिश्रा केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे हैं। आशीष मिश्रा की ओर से वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतही और रंजीत कुमार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के बेल याचिका खारिज करने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी जिसकी सुनवाई जस्टिस इंदिरा बनर्जी और एम.एम. सुंदरेश की बेंच में हुई।
रोहतगी ने कहा कि याचिकाकर्ता के खिलाफ आरोप था कि वह कार चला रहा था, लेकिन कार कोई और चला रहा था। उन्होंने कहा कि जानकारी देने वाले ने आखिरकार कहा कि वह प्रत्यक्षदर्शी नहीं था। वकील ने पीठ के समक्ष आगे कहा कि उनके मुवक्किल की जमानत रद्द कर दी गई, क्योंकि हाई कोर्ट ने पीड़ितों की दलीलें नहीं सुनीं। 18 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने मिश्रा को दी गई जमानत को रद्द कर दिया था और उन्हें एक सप्ताह के भीतर आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया था।
मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना (अब सेवानिवृत्त) और न्यायमूर्ति सूर्यकांत और हेमा कोहली की अध्यक्षता वाली पीठ ने इलाहाबाद हाई कोर्ट से इस बात की नए सिरे से जांच करने को कहा था कि मिश्रा को जमानत दी जानी चाहिए या नहीं। मिश्रा को पिछले साल 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान तीन अक्टूबर को हुई झड़पों में चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी जिसके बाद आशीष मिश्रा को गिरफ्तार किया गया था। मिश्रा की कार से कुचले गए किसानों के परिवार के सदस्यों ने उन्हें मिली जमानत को चुनौती देते हुए शीर्ष अदालत का रुख किया था।
(आईएएनएस)
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