भतीजे के खिलाफ फिरोजाबाद सीट से शिवपाल ने भरा नामांकन, कहा- यूपी की सबसे बड़ी पार्टी बनेंगे

भतीजे के खिलाफ फिरोजाबाद सीट से शिवपाल ने भरा नामांकन, कहा- यूपी की सबसे बड़ी पार्टी बनेंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-30 13:32 GMT
भतीजे के खिलाफ फिरोजाबाद सीट से शिवपाल ने भरा नामांकन, कहा- यूपी की सबसे बड़ी पार्टी बनेंगे

डिजिटल डेस्क, फिरोजाबाद। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संस्थापक और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव ने दावा किया है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में यूपी की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। शिवपाल ने कहा कि उनका सीधा मुकाबला बीजेपी से है और उनकी पार्टी बीजेपी को आराम से हरा देगी। फिरोजाबाद लोकसभा सीट से शिवपाल ने प्रत्याशी के तौर पर शनिवार को अपना नामांकन दाखिल किया।

इस सीट से शिवपाल के खिलाफ उनके भाई और सपा के महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव मैदान में हैं। पर्चा भरने के बाद शिवपाल ने कहा, "हम जीत हासिल कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेंगे। मेरा अक्षय या उनके परिवार के साथ अब कोई रिश्ता नहीं है। मैं यहां की जनता के लिए चुनाव जीतने आया हूं। मैं केवल यूपी और फिरोजाबाद के लोगों की मदद करने आया हूं।" 

यह पूछे जाने पर कि उनके भतीजे अक्षय को किस प्रकार आशीर्वाद देना चाहेंगे। इसका जवाब देते हुए शिवपाल ने कहा, "जिनको भी मेरे आशीर्वाद की जरूरत है, वह चुनाव के बाद मेरे पास आ सकते हैं। अभी फिलहार में इलेक्शन ड्यूटी पर हूं। मुझे बस लोगों की सेवा करना है। हमने इस बार चुनाव के लिए काफी तैयारियां की है। हमने यूपी की छोटी पार्टियों जैसे कि बहुजन मुक्ति पार्टी और पीस पार्टी के साथ गठबंधन किया है। करीब 50 छोटी-छोटी पार्टियां हमारा समर्थन कर रही हैं।"

शिवपाल ने कहा, "इसके साथ ही हमने लोकसभा चुनाव के लिए 41 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। इतना ही नहीं हमने 11 दूसरे राज्यों में भी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया है।" बता दें कि शिवपाल के भतीजे और सपा नेता अक्षय यादव फिरोजपुर से सांसद भी हैं। पिछले साल सपा से अलग होने के बाद शिवपाल ने अपनी नई पार्टी "प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया" का रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके बाद इस साल जनवरी में उन्होंने फिरोजाबाद सीट से लड़ने की घोषणा की थी। 

गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टियों ने यूपी की 80 में से 73 सीटों पर दर्ज की थी। वहीं सपा को केवल पांच सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस को दो सीट और बसपा एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हो पाई थी। इस बार सपा और बसपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बता दें कि इस साल लोकसभा की 543 सीटों पर 7 चरण में चुनाव होंगे। इसकी शुरुआत 11 अप्रैल को होगी। दूसरे चरण का मतदान 18 अप्रैल, तीसरा 23 अप्रैल, चौथा 29 अप्रैल, पांचवा 6 मई, छठा 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा। 23 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।


 

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