प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए शिंजो आबे ने कई बार किया भारत का दौरा, मोदी के बेहद करीबी मित्र माने जाते आबे
शिंजो आबे का निधन प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए शिंजो आबे ने कई बार किया भारत का दौरा, मोदी के बेहद करीबी मित्र माने जाते आबे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के गोली लगने से हुए निधन के बाद से भारत में उनके नाम और भारत के प्रति दोस्ती प्रेम भाव की चर्चा खूब हो रही । पूर्व पीएम आबे के निधन से जितना दुख जापान को हैं उतना ही दुख भारत को हैं। इसके पीछे की वजह दिवंगत आत्मा आबे का भारत के प्रति प्यार हैं। शिंजो आबे प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए कई दफा भारत के दौरे पर आए। आबे अपने पूरे प्रधानमंत्री कार्यकाल में चार बार भारत आए। जबकि पांच बार उन्होंने भारत यात्रा हैं। भारत सरकार ने देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से शिंजो आबे को साल 2021 में सम्मानित किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान पीएम शिंजो आबे से बहुत अच्छी दोस्ती मानी जाती हैं। जिसका जिक्र मोदी ने अपने ट्विटर में किया हैं।
पांच बार भारत की यात्रा
शिंजो आबे पहली बार अपने पहले कार्यकाल 2006-2007 के दौरान भारत दौरे पर आए थे। इससे पहले 2006 में भी आबे भारत आए थे लेकिन तब वो प्रधानमंत्री पद पर नहीं थे। 2007 के बाद आबे ने अपने दूसरे सबसे लंबे कार्यकाल 2012 से 2020 के बीच तीन बार भारत की यात्रा की। प्रधानमंत्री आबे ने जनवरी 2014, दिसंबर 2015 और 2017 में भारत के दौरा किया था।
बर्ष 2007 में शिंजो आबे ने जापान, भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बीच चतुर्भुज सुरक्षा पर बात की तथा एशियाई गठबंधन पर सहमति दी। और चार देशों को मिलाकर क्वाड़ नामक एक सुरक्षा संगठन बनाया।
आपको बता दें साल 2007 में पहली बार शिंजो आबे जब भारत आए थे उस समय पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तब मोदी की मुलाकात आबे से हुई तभी से उनकी मित्रता घनिष्ठ हो गई। इसके बाद दोनों नेताओं की मुलाकात साल 2012 में हुई। उसके बाद 26 जनवरी 2014 को जब शिंजो आबे बतौर विशेष अतिथि गणतंत्र दिवस पर आए थे लेकिन प्रोटोकॉल के कारण वो पीएम मोदी से मुलाकात नहीं कर सके, लेकिन शिंजो आबे से मुलाकात करने के लिए खुद मोदी दिल्ली पहुंच गए थे।
आज एक भाषण कार्यक्रम के दौरान पूर्व पीएम आबे को एक हमलावर ने पीछे से गोली मार दी, जिसमें उनकी जान चली गई। उनके निधन से भारत का एक बेहद करीबी दोस्त और विश्व स्तर पर देश का एक शुभचिंतक हमेशा के लिए छोड़ कर चला गया।