इमरान के दूत ने सुधारे भारत-पाक के रिश्ते: फारूक अब्दुल्ला का दावा
इमरान के दूत ने सुधारे भारत-पाक के रिश्ते: फारूक अब्दुल्ला का दावा
- जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं अब्दुल्ला
- शांति बहाली के लिए पाक पीएम इमरान के प्रयास को बताया सराहनीय
- सिंध के सांसद रमेश वंकवानी ने की थी पीएम मोदी और सुषमा स्वराज से मुलाकात
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही तल्खी में कमी आई है। उन्होंने सोमवार को कहा कि पीएम मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाक पीएम इमरान खान के सलाहकार के बीच बातचीत हुई है, जो आने वाले समय के लिए एक अच्छा संदेश है।
एक कार्यक्रम में शामिल हुए फारूक ने कहा कि ये खुशी की बात है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ने शांति बहाली के लिए अपने सलाहकार को भेजा था। उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों से जंग का जो महौल तैयार किया जा रहा था, उसमें कमी आई है। बता दें कि इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) से सांसद रमेश कुमार वंकवानी ने रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की थी।
वंकवानी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गर्मजोशी के साथ स्वागत करने के लिए भारत के लोगों का शुक्रिया। मैंने प्रधानमंत्री मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जनरल वीके सिंह से बातचीत की है। हम अमन चाहते हैं, इसलिए दोनों देशों को सकारात्मक दिशा की तरफ कदम बढ़ाना चाहिए।
बता दें कि पाकिस्तान के सिंध से सांसद वंकवानी प्रयागराज में चल रहे कुंभ में शामिल होने भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) के साथ पहुंचे थे, पाकिस्तान से आए प्रतिनिधिमंडल ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन ने ली है, जिसका हेडक्वार्टर पाकिस्तान के बहावलपुर में है।