पाकिस्तान को राजनाथ की चेतावनी, बोले- जो परेशान करेगा उसे चैन से रहने भी नहीं देंगे
पाकिस्तान को राजनाथ की चेतावनी, बोले- जो परेशान करेगा उसे चैन से रहने भी नहीं देंगे
- जो परेशान करेगा उसे चैन से रहने नहीं देंगे- राजनाथ
- तटीय क्षेत्रों में आतंकी हमले की आशंका
- राजनाथ बोले- नहीं भूल सकते पुलवामा में सैनिकों की कुरबानी
- राजनाथ- इंडियन नेवी घटना को रोकने में सक्षम
डिजिटल डेस्क कोल्लम। समुद्री रास्तों से आतंकी हमले की आशंका होने पर राजनाथ ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को केरल के कोल्लम में पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हम किसी को परेशान नहीं करते, लेकिन यदि कोई हमें परेशान करेगा तो हम भी उसे चैन से नहीं रहने देंगे। कोल्लम में माता अमृतानंदमयी देवी के 66वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में राजनाथ ने बताया कि कच्छ से केरल तक फैले तट पर पाकिस्तान के आतंकवादी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा कि "इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि हमारे पड़ोसी देश (पाकिस्तान) के आतंकवादी हमारे तटों पर बड़े हमले कर सकते हैं, जो कच्छ से केरल तक फैला हुआ है।" इसी के साथ राजनाथ ने बताया कि "भारत पूरी तरह से समुद्री और समुद्री तटों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।" उन्होंने कहा कि "हम तटीय क्षेत्र में हमारे पड़ोसी देश के आतंकवादियों द्वारा हमले की आशंका को नजरअंदाज नहीं कर सकते। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि इंडियन नेवी ऐसी घटना को रोकने में सक्षम है।"
Defence Min Rajnath Singh in Kollam, Kerala: We"re committed to maritimecoastal security of Kerala. We can"t ignore the possibility of an attack by terrorists from our neighbouring country in coastal area. I want to assure you that Indian Navy is capable to avert such incident. pic.twitter.com/xHBqv50OPI
— ANI (@ANI) September 27, 2019
नहीं भूल सकते पुलवामा की कुरबानी
रक्षा मंत्री राजनाथ ने पुलवामा हमले के संबंध में कहा कि "हमारे देश का कोई भी नागरिक हमारे सैनिकों की कुरबानियां नहीं भूल सकता है।" उन्होंने बताया कि "जो देश अपने सैनिकों की कुरबानी याद नहीं करता, उसे इस दुनिया में कहीं भी आदर नहीं मिलता है।" राजनाथ ने कहा कि "ये न भूलें कि जिन सैनिकों ने देश के लिए कुरबानी दी हैं, उनके भी माता-पिता हैं। हम उनके साथ खड़े हैं और सैनिकों के परिवारों द्वारा दी गई कुरबानी का सम्मान भी करते हैं।"