राजनाथ बोले: सीमा मुद्दे पर चीन से मतभेद, लेकिन कश्मीर हमारा आं​तरिक मामला

राजनाथ बोले: सीमा मुद्दे पर चीन से मतभेद, लेकिन कश्मीर हमारा आं​तरिक मामला

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-21 18:18 GMT
राजनाथ बोले: सीमा मुद्दे पर चीन से मतभेद, लेकिन कश्मीर हमारा आं​तरिक मामला

डिजिटल डेस्क, लद्दाख। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और जनरल रावत ने सोमवार को लेह में चीन सीमा से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास दौलत बेग ओल्डी से जोड़ने वाली नवनिर्मित सड़क पर बने पुल का उद्घाटन किया।

पुल​ के उद्घाटन के मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है। यहां तक कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी महाबलीपुरम में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात में कश्मीर का जिक्र नहीं किया। उन्होंने कहा कि भारत के चीन के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं। सीमा के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन इस मुद्दे को बड़ी परिपक्वता और जिम्मेदारी के साथ संभाला गया है।

वहीं पीओके में रविवार को भारतीय सेना द्वारा आतंकी लॉन्च पैड्स के खिलाफ किए गए ऑपरेशन को लेकर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे। वहीं लद्दाख में पर्यटन और विकास के मुद्दे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि सियाचिन क्षेत्र अब पर्यटकों और पर्यटन के लिए खुला है।

इस पुल का नाम भारतीय सेना के प्रतिष्ठित सैनिक कर्नल शेवांग रिनशेन के नाम पर रखा गया है। ज्ञात हो कि कर्नल लद्दाख के ही रहवासी थे। गौरतलब है कि 2007 से सेना आम नागरिकों को सियाचिन बेस कैंप से 11,000 से 21,000 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित अन्य स्थानों पर ट्रेकिंग करने की अनुमति दे रही है। सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है जो लद्दाख का हिस्सा है।कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है। सेना के हजारों जवान कड़ाके की सर्दी के बावजूद यहां सालभर तैनात रहते हैं।

गौरतलब है कि 2007 से सेना आम नागरिकों को सियाचिन बेस कैंप से 11,000 से 21,000 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित अन्य स्थानों पर ट्रेकिंग करने की अनुमति दे रही है। सियाचिन दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है जो लद्दाख का हिस्सा है।कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद यह केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है। सेना के हजारों जवान कड़ाके की सर्दी के बावजूद यहां सालभर तैनात रहते हैं।

राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र सियाचिन क्षेत्र अब पर्यटकों के लिए खुल गया है। सियाचिन के आधार शिविर से लेकर कुमार पोस्ट तक का इलाका पर्यटन के लिए उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि लद्दाख में पर्यटन की अनंत संभावनाएं हैं। इस इलाके में आवागमन आसान होने पर बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचेंगे। 

18,875 फीट की ऊंचाई पर है कुमार पोस्ट
सियाचिन ग्लेशियर क्षेत्र में कुमार पोस्ट 18, 875 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पर्यटक 11,000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक जा सकेंगे। ताजा फैसले के बाद सेना की तरफ से आयोजित साहसिक अभियानों के अलावा भी पर्यटक यहां पहुंच सकेंगे। 

 


 

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