नागालैंड: 532 गांव बाढ़ की चपेट में, 12 लोगों की मौत, 3000 विस्थापित
नागालैंड: 532 गांव बाढ़ की चपेट में, 12 लोगों की मौत, 3000 विस्थापित
- 532 गांव के 3000 लोगों को अपना घर बार छोड़कर राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है।
- बाढ़ और भूस्खलन के कारण नागालैंड में काफी लोगों की मौत हो चुकी है।
- मानसून का कहर झेल रहे नागालैंड की तरफ किसी का ध्यान नहीं है।
डिजिटल डेस्क, कोहिमा। केरल में आई बाढ़ पर पूरा देश अपने तरीके से मदद कर रहा है, लेकिन जुलाई से मानसून का कह झेल रहे नागालैंड में भी मंजर भयावह है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण नागालैंड में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। 532 गांवों के 3000 लोगों को अपना घर बार छोड़कर राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है। करीब 48,000 परिवार बाढ़ की वजह से परेशानी झेल रहे हैं।
Thank you @SadhguruJV ji for your support. It means a lot for the people of Nagaland. For those who are asking for the online link for contributions to CM Relief Fund, here is the link:https://t.co/Jqhz628U8S https://t.co/T52CbsOqPp
— Neiphiu Rio (@Neiphiu_Rio) September 2, 2018
इस सप्ताह केंद्र सरकार का एक दल राज्य का निरीक्षण भी करने वाला है, जिसके बाद दल तय करेगा कि कितनी मदद स्वीकृत की जानी है।
पिछले 15 दिनों से यहां के रास्ते आसपास के जिलों से कट गए हैं। केंद्र सरकार ने पूरी तरह से मदद करने का भरोसा दिया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार को तकरीबन 800 करोड़ की तत्काल जरूरत है।
26 जुलाई से लेकर अब तक कई इलाकों में कई बार भूस्खलन हो चुका है। म्यांमार से सटे किफिरे, तुएनसांग और फेक जिलों में बाढ़ का प्रभाव सबसे ज्यादा है।
राज्य का सड़क यातायात बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। राज्य की कुल आबादी की 13 प्रतिशत जनसंख्या इस वक्त बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित है।