यूपी के कई जिलों में फैला अग्निपथ को लेकर विरोध प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश यूपी के कई जिलों में फैला अग्निपथ को लेकर विरोध प्रदर्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-17 10:00 GMT
यूपी के कई जिलों में फैला अग्निपथ को लेकर विरोध प्रदर्शन
हाईलाइट
  • फिरोजाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज बसों में तोड़फोड़ की
  • रायबरेली और बलिया जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। सशस्त्र बलों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना के खिलाफ व्यापक विरोध उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैल गया है। बुलंदशहर, मेरठ, आगरा, मथुरा, वाराणसी, उन्नाव, गोरखपुर, गोंडा, रायबरेली और बलिया जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए हैं, जहां युवाओं ने योजना को वापस लेने की मांग की है।

भीड़ को तितर-बितर करने के लिए कई जिलों में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। बुलंदशहर में प्रदर्शनकारियों ने व्यस्त जीटी रोड को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, हम नई भर्ती योजना का कड़ा विरोध करते हैं। हम पुरानी भर्ती योजना को वापस चाहते हैं।

बुलंदशहर के पुलिस अधीक्षक, श्लोक कुमार ने कहा, कुछ युवा सुबह विरोध प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए। बाद में उन्होंने पुलिस अधिकारियों द्वारा दिए गए आश्वासन पर इसे बंद कर दिया। बलिया सबसे बुरी तरह प्रभावित जिला था क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सियालदह एक्सप्रेस की बोगियों में आग लगा दी, रेलवे संपत्ति में तोड़फोड़ की और फिर स्टेशन के बाहर दुकानों और कियोस्क पर हमला किया। नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने आगरा में एक सरकारी बस पर पथराव किया, जिससे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती शुरू हो गई।

फिरोजाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज बसों में तोड़फोड़ की। सशस्त्र बलों में पुरानी भर्ती नीति को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर युवा भी आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर जमा हो गए। इस मार्ग पर कई घंटे तक यातायात बाधित रहा। आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने कहा, कोचिंग सेंटरों के माध्यम से बड़ी संख्या में छात्र परीक्षा की तैयारी के लिए आगरा आते हैं। नौकरी के इच्छुक इन उम्मीदवारों ने यहां पहुंचकर सड़क जाम कर दिया।

रायबरेली और गोंडा में प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की और यातायात जाम कर दिया। अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून को सेना, नौसेना और वायु सेना में चार साल की अवधि के लिए जवानों की भर्ती के लिए की गई थी, इसके बाद बिना ग्रैच्युटी और पेंशन लाभ के अधिकांश के लिए अनिवार्य सेवानिवृत्ति की घोषणा की गई थी। नई नीति के तहत 25 फीसदी जवानों को उनके प्रदर्शन के आधार पर स्थायी भर्ती का मौका मिलेगा।

 

सोर्स- आईएएनएस

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