प्रियंका का मोदी सरकार पर हमला, बोलीं- यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं चलेगी

प्रियंका का मोदी सरकार पर हमला, बोलीं- यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं चलेगी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-16 15:12 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को इंडिया गेट पर दो घंटे का प्रतिकात्मक धरना प्रदर्शन किया। शाम चार बजे से छह बजे तक प्रदर्शन करने के बाद प्रियंका ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि यह लोकतंत्र है, तानाशाही नहीं है और छात्र इस लोकतंत्र के मूल हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश गुंडों की जागीर नहीं है।

 

 

नागरिकता संशोधन कानून बनाकर सरकार ने संविधान को एक झटका दिया है। यह राष्ट्र की आत्मा पर हमला है, युवा राष्ट्र की आत्मा हैं। विरोध करना उनका अधिकार है। मैं भी एक मां हूं। आपने उनकी लाइब्रेरी में प्रवेश किया, उन्हें बाहर निकाला और उनकी पिटाई की, यह अत्याचार है। कांग्रेस का हर व्यक्ति इस अत्याचार के खिलाफ लड़ेगा और छात्रों के साथ खड़ा होगा। उन्हें डूबती अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए। उनकी पार्टी के विधायक ने एक लड़की के साथ बलात्कार किया, उस पर बात क्यों नहीं की? प्रियंका गांधी के साथ केसी वेणुगोपाल, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, अहमद पटेल और पार्टी के अन्य नेता भी धरने पर बैठे।

 

 

बता दें कि रविवार को जामिया में प्रदर्शन के दौरान कई छात्राएं घायल हो गईं। छात्राओं का आरोप है कि दिल्ली पुलिस ने उनपर हमला किया, साथ ही कैंपस में आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इन्हीं छात्राओं के समर्थन में प्रियंका धरने पर बैठीं।

प्रियंका गांधी के साथ-साथ उनके समर्थक भी धरने पर बैठे थे। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2 घंटे का ये प्रदर्शन 4 बजे शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है।

बता दें कि रविवार को दक्षिण दिल्ली में भीड़ ने पुलिसकर्मियों, आम नागरिकों व मीडिया को निशाना बनाया था। भीड़ ने दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाकों को कब्जे में ले लिया। प्रदर्शनकारियों के हिंसक होने व पुलिस के साथ झड़प के 5 घंटे बाद पुलिस ने जामिया नगर में फ्लैग मार्च किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे। हिंसक भीड़ ने पुलिसकर्मियों की बड़ी टुकड़ी से संघर्ष किया और मीडिया पर भी पथराव किया।

नाराज भीड़ ने बसों को आग लगा दिया या क्षतिग्रस्त किया और इसके अलावा कारों व एक बाइक को निशाना बनाया। पथराव में दो दमकल अधिकारी घायल हो गए। नए नागरिकता अधिनियम को लेकर दक्षिण दिल्ली में करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला।

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