पीएम मोदी ने किसान का किया जिक्र, कहा आपसे ही समाज की प्रगति , और आपकी प्रगति में समाज की प्रगति
HIGHWAY PROJECT पंढ़रपुर पीएम मोदी ने किसान का किया जिक्र, कहा आपसे ही समाज की प्रगति , और आपकी प्रगति में समाज की प्रगति
- राष्ट्र को समर्पित उन्नत सड़क परियोजना
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दोपहर महाराष्ट्र के पंढ़रपुर में दो नेशनल हाई-वे के विस्तार की आधारशिला रखी। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग (नेशनल हाईवे-965) के पांच खंड और श्री संत तुकाराम महाराज पालखी मार्ग (नेशनल हाईवे-956जी) के तीन खंड के चार लेन की आधारशिला रखी। महाराष्ट्र के पंढरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बड़ी सौगात दी। पीएम ने दो राजमार्गों श्रीसंत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग और संत तुकाराम महाराज पालखी मार्ग का शिलान्यास किया। पीएम ने इस दौरान किसानों का भी जिक्र किया।
भगवान विट्ठल का दरबार हर किसी के लिए खुला है। और जब मैं सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास कहता हूं, तो उसके पीछे भी तो यही भावना है। यही भावना हमें देश के विकास के लिए प्रेरित करती है, सबको साथ लेकर, सबके विकास के लिए प्रेरित करती है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति को, भारत के आदर्शों को सदियों से यहाँ का धरती पुत्र ही जीवित बनाए हुये है। एक सच्चा अन्नदाता समाज को जोड़ता है, समाज को जीता है, समाज के लिए जीता है। आपसे ही समाज की प्रगति है, और आपकी ही प्रगति में समाज की प्रगति है।
पीएम मोदी पंढ़रपुर से संपर्क को बढ़ावा देने के लिए 223 किलोमीटर से अधिक की पूर्ण और उन्नत सड़क परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया
पीएमओ के अनुसार पंढ़रपुर की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से विस्तार देने की बात की। महाराष्ट्र का पंढ़रपुर शहर संत तुकाराम और संत ज्ञानेश्वर से जुड़ा है। इन राष्ट्रीय राजमार्गों के दोनों ओर "पालखी" के लिए पैदलमार्ग का निर्माण किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित मार्ग उपलब्ध हो सके। दिवेघाट से मोहोल तक करीब 221 किलोमीटर लंबा संत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग और पतास से तोंदले-बोंदले तक करीब 130 किलोमीटर लंबे राजमार्ग को चार लेन का किया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि वारकरी आंदोलन की एक विशेषता रही और वह है पुरुषों के कदम से कदम मिलाकर वारी में चलने वाली हमारी बहनें, देश की स्त्री शक्ति! पंढरी की वारी, अवसरों की समानता का प्रतीक हैं। वारकरी आंदोलन का ध्येय वाक्य हैं, ‘भेदाभेद अमंगळ’
प्रधानमंत्री की इन नई परियोजनाओं में म्हस्वाद-पीलिव-पंढ़रपुर (एनएच 548ई), कुर्दुवाड़ी-पंढ़रपुर (एनएच 965सी), पंढ़रपुर-संगोला (एनएच 965सी), एनएच 561ए के तेम्भुरनी-पंढ़रपुर सेक्शन और एनएच 561ए के पंढ़रपुर-मंगलवेधा-उमादी खंड शामिल हैं। इन परियोजनाओं की कुल दूरी लगभग 223 किलोमीटर है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये तीर्थ यात्राएं अलग अलग मार्गों से चलती हैं, लेकिन सबका उद्देश्य गंतव्य लक्ष्य एक ही होता है। ये भारत की शिक्षा का प्रतीक है जो हमारी आस्था को मुक्त करती है। जो हमें सिखाती है कि मार्ग अलग अलग हो सकते हैं, पद्धतियाँ और विचार अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य एक होता है। औऱ अंत में सभी पंथ ‘भागवत पंथ’ ही हैं।