पीएम ने गुजरात के लिए 1,000 करोड़ रुपये के राहत कोष की घोषणा की, चक्रवात 'ताउते' में जान गंवाने वालों के परिजनों को 2 लाख की मदद
पीएम ने गुजरात के लिए 1,000 करोड़ रुपये के राहत कोष की घोषणा की, चक्रवात 'ताउते' में जान गंवाने वालों के परिजनों को 2 लाख की मदद
- जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 2 लाख और घायलों के लिए 50
- 000 रुपये की अनुग्रह राशि
- पीएम ने गुजरात में चक्रवात ताऊते प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया
- राज्य में तत्काल राहत उपायों के लिए 1
- 000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को गुजरात में चक्रवात ताऊते प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने राज्य में तत्काल राहत उपायों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। पीएम ने पूरे भारत में चक्रवात के कारण अपनी जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी प्रभावित राज्यों को केंद्र को अपना आकलन भेजने के बाद तत्काल वित्तीय सहायता दी जाएगी।
Ex-gratia of Rs. 2 lakh would be given to the next of kin of those who lost their lives due to Cyclone Tauktae in all the affected states. Rs. 50,000 would be given to the injured. GOI is in full solidarity with those affected and will provide them all possible support.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2021
Undertook an aerial survey over parts of Gujarat and Diu to assess the situation in the wake of Cyclone Tauktae. Central Government is working closely with all the states affected by the cyclone. pic.twitter.com/wGgM6sl8Ln
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2021
प्रधानमंत्री मोदी दोपहर करीब 12 बजे भावनगर एयरपोर्ट पहुंचे। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया। जिसके बाद दोनों प्रभावित तीन जिलों भावनगर, अमरेली, गिर-सोमनाथ और केंद्र शासित प्रदेश दीव का हवाई मार्ग से स्थिति का जायजा लेने के लिए रवाना हुए। अहमदाबाद में प्रधानमंत्री ने चक्रवात "ताउते" की स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता भी की।
बता दें कि तूफान ने राज्य में विशेष रूप से बागवानी जैसी प्रमुख फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है। आम, केले और नारियल की लगभग पूरी फसल नष्ट हो गई है। चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा। क्षेत्र में पेड़ भी बड़ी संख्या में गिर गए। बिजली के खंभे उखड़ गए और कई सड़कों को भी नुकसान पहुंचा।