लद्दाख में शुरू हुआ 9 दिवसीय 'आदि महोत्सव', 20 राज्यों के कारीगर होंगे शामिल
लद्दाख में शुरू हुआ 9 दिवसीय 'आदि महोत्सव', 20 राज्यों के कारीगर होंगे शामिल
- 17 से 25 अगस्त तक होने वाले इस कार्यक्रम में 20 राज्यों के आदिवासी कारीगर शामिल होंगे
डिजिटल डेस्क, लद्दाख। लेह-लद्दाख में आज से राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव "आदि महोत्सव" का आगाज हो गया है। दरअसल जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटते ही लद्दाखी आदिवासियों को उद्यमी बनाने के लिए केंद्र सरकार ने कमर कस ली है। इसके लिए केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय लेह के पोलो मैदान में नौ दिवसीय "आदि महोत्सव" का आयोजन कर रहा है। 17 से 25 अगस्त तक होने वाले इस कार्यक्रम में 20 राज्यों के डेढ़ सौ से अधिक आदिवासी कारीगर भी पहुंच रहे हैं।
Arjun Munda, Union Min for Tribal Affairs on National Tribal Festival "Aadi Mahotsav" that begins in Leh today: Through this festival artisans of this region will be given an exposure on how to market their products internationally. It"ll also provide more opportunities to them. pic.twitter.com/nFJgq3nYZf
— ANI (@ANI) August 17, 2019
महोत्सव की शुरुआत प्रदेश के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने की। इस दौरान केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह और ट्राइफेड के अध्यक्ष आरसी मीणा भी मौजूद रहे। इस आयोजन के जरिए लद्दाख क्षेत्र में रहने वाले 70 फीसदी से ज्यादा आदिवासियों को देश ही नहीं दुनिया के बाजार में पहुंचने का अवसर मिलेगा। इनका देश के अन्य हिस्सों के प्रशिक्षित कारीगरों से परिचय होगा और वह उद्यमी बनने की राह में आगे बढ़ सकेंगे।
लद्दाख के आदिवासी महोत्सव में अपने सामानों और कलात्मक वस्तुओं को पेश करेंगे। प्रदर्शित किए जाने वाले उत्पादों में महाराष्ट्र से वार्ली चित्रकला, मध्यप्रदेश और पूर्वोत्तर से जनजातीय आभूषण, छत्तीसगढ़ से धातुशिल्प, मणिपुर से ब्लैक पॉट्री और उत्तराखंड, मध्यप्रदेश और कर्नाटक से ऑर्गनिक उत्पाद प्रमुखता से शामिल रहेंगे।