राष्ट्रीय महिला आयोग ने विरोध स्थल पहुंच आंगनवाड़ी महिलाओं से की मुलाकात, बुनियादी सुविधाओं का लिया जायजा
दिल्ली राष्ट्रीय महिला आयोग ने विरोध स्थल पहुंच आंगनवाड़ी महिलाओं से की मुलाकात, बुनियादी सुविधाओं का लिया जायजा
- आयोग ने किया विरोध स्थल का दौरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में बीते कई दिनों से लगातार दिल्ली की आंगनवाड़ी महिलाएं अपनी मांगों को लेकर, मुख्यमंत्री आवास पर धरने पर हैं। उनकी सुरक्षा व अन्य मुद्दों के मद्देनजर राष्ट्रीय महिला आयोग की तीन सदस्यीय टीम ने आज विरोध स्थल पहुंच स्थिति का जायजा लिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन करने के लिए हर दिन दिल्ली के विभिन्न जगहों से अलग अलग माध्यम से यह सभी महिलाएं प्रदर्शन करने पहुंचती हैं। महिला आयोग द्वारा भेजी गई टीम ने महिला प्रदर्शनकारियों के लिए शौचालय और स्वच्छ पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता की समीक्षा करने और इन महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विरोध स्थल का दौरा कर स्थिति को जाना।
वहीं टीम ने उन महिलाओं के साथ बातचीत की जिन्होंने बताया कि कई गुजरिशों के बावजूद किसी तरह की कोई सुविधा हमारे लिए तैयार नहीं कि गई। इसके बाद हम सभी महिलाओं ने मिल अस्थायी शौचालय और पानी की छोटी टंकी लगवाई है। आयोग ने संबंधित पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत की जिसमें पता लगा कि, महिलाओं द्वारा भेजी गई चिट्ठी को आगे बढ़ाया गया लेकिन कुछ नहीं हो सका। इसके बाद आयोग ने तुरंत वहां महिलाओं के लिए शौचालय व अन्य सुविधाओं की व्यस्था करने को कहा है।
हालांकि 2015 से लगातार आंगनवाड़ी महिलाएं दिल्ली सरकार से अपनी सैलरी बढ़ाने की मांग करती आई हैं, जिसको लेकर अब यह प्रदर्शन जारी है। दरअसल वर्तमान में दिल्ली के आंगनवाड़ी केंद्रों में लगभग 22 हजार महिला कार्यकर्ता काम करती हैं। जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 9,678 रुपये महीना सैलरी मिलती है और हेल्परों को 4,839 रुपये महीना मिलता है। 2017 के बाद से इन महिलाओं को ये सैलरी मिल रही है।
(आईएएनएस)