7 सीटों के ऑफर पर बोलीं मायावती, 'सीटें छोड़ने का भ्रम न फैलाए कांग्रेस'
7 सीटों के ऑफर पर बोलीं मायावती, 'सीटें छोड़ने का भ्रम न फैलाए कांग्रेस'
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के सात सीटों के ऑफर को बीएसपी चीफ मायावती ने ठुकरा दिया है। इतना ही नहीं मायावती ने कांग्रेस को करारा जवाब देते हुए साफ कर दिया है कि चुनाव में अकेले सपा-बसपा गठबंधन ही बीजेपी को हराने में सक्षम है। ऐसे में कांग्रेस जबरन सीट छोड़ने की भ्रांन्ति ना फैलाए।
कांग्रेस से हमारा कोई तालमेल नहीं- मायावती
मायावती ने ट्वीट कर लिखा है कि, बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आए दिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में ना आएं।
बीएसपी एक बार फिर साफ तौर पर स्पष्ट कर देना चाहती है कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में कांग्रेस पार्टी से हमारा कोई भी किसी भी प्रकार का तालमेल व गठबंधन आदि बिल्कुल भी नहीं है। हमारे लोग कांग्रेस पार्टी द्वारा आयेदिन फैलाये जा रहे किस्म-किस्म के भ्रम में कतई ना आयें।
— Mayawati (@Mayawati) March 18, 2019
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि, कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहां की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े। हमारा गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है। कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये।
कांग्रेस यूपी में भी पूरी तरह से स्वतंत्र है कि वह यहाँ की सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करके अकेले चुनाव लड़े आर्थात हमारा यहाँ बना गठबंधन अकेले बीजेपी को पराजित करने में पूरी तरह से सक्षम है। कांग्रेस जबर्दस्ती यूपी में गठबंधन हेतु 7 सीटें छोड़ने की भ्रान्ति ना फैलाये।
— Mayawati (@Mayawati) March 18, 2019
मायावती के बाद अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। अखिलेश ने ट्वीट किया है कि, उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी का गठबंधन बीजेपी को हराने की काबिलियत रखता है। कांग्रेस कन्फ्यूजन ना पैदा करे।
Samajwadi Party Chief Akhilesh Yadav tweets, "SP-BSP- RLD alliance in Uttar Pradesh is capable of defeating BJP. Congress should not create any confusion." (File pic) pic.twitter.com/PcM4tTssiy
— ANI UP (@ANINewsUP) March 18, 2019
आपको बता दें कि मायावती और अखिलेश का यह सख्त रुख कांग्रेस के उस ऐलान के बाद सामने आया है, जिसमें कांग्रेस पार्टी ने समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के लिए सात सीटें छोड़ने का फैसला किया था। यानी कांग्रेस इन सात सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। ये वोट सीटे होंगी, जहां से अखिलेश यादव, मायावती, मुलायम सिंह यादव, डिंपल यादव, चौधरी अजित सिंह और जयंत चौधरी चुनाव लड़ेंगे।मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव, बागपत में जयंत चौधरी, कन्नौज में डिंपल यादव और मुजफ्फरनगर में चौधरी अजीत सिंह के खिलाफ चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था। इसके अलावा गोंडा और पीलीभीत सीट से भी कांग्रेस का कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं होगा। वहीं सपा-बसपा गठबंधन ने कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली सीट छोड़ रखी थी।