अतीक के हत्यारे युवकों पर पहले से दर्ज हैं कई बड़े बड़े मामले, एक पर तो है पुलिसकर्मी की हत्या का आरोप, ऐसा है तीनों का कच्चा चिट्ठा
कौन हैं अतीक के हत्यारे? अतीक के हत्यारे युवकों पर पहले से दर्ज हैं कई बड़े बड़े मामले, एक पर तो है पुलिसकर्मी की हत्या का आरोप, ऐसा है तीनों का कच्चा चिट्ठा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले में अतीक अहमद और अशरफ अहमद को 15 अप्रैल की रात जिले के कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था। इस बीच करीब 10 बजकर 35 मिनट पर उन दोनों की तीन हमलावरों ने गोली मार के हत्या कर दी। तीनों हत्यारे बाइक पर सवार होकर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। घटना के बाद तीनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। पुलिस ने इन तीनों हत्यारों के बारे में बड़ा खुलासा किया और बताया कि इन तीनों का अच्छा खासा क्रिमिनल बैकग्राउंड है। ये तीनों अपराधी उत्तरप्रदेश के अलग-अलग जिले के रहने वाले हैं। इस घटना में शामिल सनी सिंह हमीरपूर का रहने वाला है, अरूण उर्फ कालिया कासगंज का रहने वाला हैं और तीसरा अपराधि लवलेश तिवारी बांदा जिले का रहने वाला है।
कुरारा कस्बे का सनी सिंह है हिस्ट्रीशीटर
प्रयागराज पुलिस ने बताया कि सनी सिंह हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे का रहने वाला है और उसके खिलाफ करीब 15 केस दर्ज है। सनी सिंह कुरारा के पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसकी हिस्ट्रीशीट नंबर 281A है। पुलिस ने उसके भाई पिंटू से भी पूछताछ की और पिंटू से पूछताछ करने पर पता चला कि सनी करीब 10 साल से अपने घर नहीं गया है और सनी के माता-पिता की मौत हो चुकी है। सनी के तीन भाई थे, तीन भाई में से एक की मौत हो चुकी है और दूसरा भाई पिंटू घर पर रहता है।
अरूण के खिलाफ भी कई मामले दर्ज
कालिया उर्फ अरूण सोरों थाना क्षेत्र के बघेल पुख्ता का रहने वाला है। अरूण करीब 6 साल से बाहर रह रहा था और अरूण के पिता का नाम हीरालाल बताया जा रहा है। इसके भी माता-पिता की मौत 15 साल पहले ही चुकी है और उसके दो छोटे भाई भी है धर्मेंद्र और आकाश, जो फरीदाबाद में रहकर कबाड़े का काम करते हैं। कालिया उर्फ अरूण ने जीआरपी थाने के पुलिसकर्मी की हत्या कर दी थी, जिसके बाद से ही वो फरार चल रहा था।
4 केस दर्ज, लवलेश कई बार जा चुका है जेल
लवलेश तिवारी बांदा के क्योतरा इलाके का रहने वाला है। पुलिस से पूछताछ में उसके पिता ने बताया कि हमसे उसका कोई मतलब नहीं है, लवलेश कभी-कभी घर आता-जाता रहता था और करीब 5 या 6 दिन पहले ही बांदा आया था। लवलेश के खिलाफ 4 केस दर्ज हैं, जिसमें एक लड़की को थप्पड़ मारना तो दूसरा शराब से जुड़ा। लवलेश कई बार जेल भी जा चुका है।
अंजाम देने के पहले ही आ चुके थे प्रयागराज
पुलिस ने तीनों आरोपियों से पूछताछ कर बताया कि, हत्यारे उत्तरप्रदेश के अलग-अलग जिले के रहने वाले हैं इसलिए तीनों ने रूकने के लिए प्रयागराज में एक होटल लिया था। सनी, अरूण और लवलेश आरोप करने से करीब 48 घंटे पहले से ही उस होटल में रूके हुए थे। पुलिस अब उस होटल में छानबीन कर रही है, और आरोपियों का सामान अब भी उसी होटल में होने की संभावना है, पुलिस का कहना है कि तीनों हमलावरों के सामान से कई सबूत बरामद कर सकते हैं। फिलहाल होटल में पुलिस अभी छानबीन करके सबूतों को जुटाने की कोशिश कर रही है। जानकारी के मुताबिक, शुरुआती पूछताछ में तीनों के बयानों में विरोधाभास देखा गया है। पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है।