कवि सम्मेलन में छलका कुमार विश्वास और शिवपाल का दर्द, कहा-हम 'आडवाणी' हैं
कवि सम्मेलन में छलका कुमार विश्वास और शिवपाल का दर्द, कहा-हम 'आडवाणी' हैं
डिजिटल डेस्क, इटावा। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह यादव के जन्मदिन पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर कुमार विश्वास ने अपना दर्द मंच पर ही शिवपाल सिंह के साथ साझा किया। कुमार विश्वास ने शिवापाल से कहा कि वो और शिवपाल अपनी अपनी पार्टी के आडवाणी हो गए हैं। इस तरह कुमार ने आप पार्टी के मुखिया और सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा।
जन्मदिन के अवसर पर इटावा में हुए विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुआ। pic.twitter.com/vXYoJ8nJa9
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) January 23, 2018
कोई भी मौका नहीं छोड़ते कुमार विश्वास
हाल ही के दिनों में कुमार विश्वास ने ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ा जब वे केजरीवाल के खिलाफ कुछ भी बोलने से पीछे हटे हों। अब इशारों-इशारों में अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लेते हुए कवि कुमार विश्वास ने खुद को आम आदमी पार्टी का "आडवाणी" बता दिया। इतना ही नहीं उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव को भी अपने दर्द का हमसफर बना लिया। हालांकि शिवपाल सिंह का दर्द भी वही है। दरअसल, जब से समाजवादी पार्टी मुखिया की कमान अखिलेश यादव के हाथों आई है, तब से शिवपाल की कोई पूछ नहीं है। इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के फैसले पर भी अफसोस जताया।
इटावा में उदयपुरा स्थित माउंट लिट्रा जी स्कूल में वसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुआ। pic.twitter.com/FZyZrit4b3
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) January 23, 2018
कविता में झलका दर्द
इटावा में कुमार विश्वास की बातों से साफ झलका कि वह राज्यसभा नहीं भेजे जाने से दुखी हैं। आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास यह दर्द उनकी कविता में भी झलका। कवि सम्मेलन के बाद पत्रकारों रूबरू होने के दौरान कुमार विश्वास ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव और उनकी अपनी-अपनी पार्टियों एक जैसी स्थिति है। कुमार ने कहा जिन लोगों ने पार्टी को खड़ा करने में खून-पसीना एक कर दिया नेतृत्व ने उनको पार्टी से किनारे कर दिया।
कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास ने यह कविता पढ़ी, जिसमें उनकी पीड़ा सामने आई.....
पुरानी दोस्ती को इस नई ताकत से मत तौलो,
ये संबंधों की तुरपाई है षडयंत्रों से मत खोलो,
मेरे लहजे की छैनी से गढ़े कुछ देवता जो कल मेरे लफ्जों पे मरते थे,
वो अब कहते हैं मत बोलो।
मुलायम सिंह की तारीफ भी की
इस मौके पर उन्होंने अपनी मशहूर कविता "कोई दीवाना कहता है ..." भी सुनाई। कुमार विश्वास ने कवि सम्मेलन के दौरान पूर्व सपा मुखिया मुलायम सिंह की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि हिंदी के लिए जो काम सपा परिवार ने किया वैसा किसी ने नहीं किया। कुमार विश्वास ने मंच पर कहा कि "हम दोनों सिर्फ मुख्यमंत्री के बनाने का काम करते हैं"। जो लोग पहले ‘मेरे लफ्जों पे मरते थे वो अब कहते हैं…मत बोलो’।
कुमार ने पत्रकारों से कहा कि "मुझे डेढ़ साल पहले अरविंद ने बुलाकार कहा था कि सर जी आपको मारेंगे लेकिन शहीद नहीं होने देंगे, अब मैं कहता हूं मुझे तो शहीद कर दिया, पर शव से छेड़छाड़ मत करो।"