डिजिटल डेस्क, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की बच्ची से हुए रेप और फिर मर्डर का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। सोमवार को बच्ची के पिता ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दाखिल करते हुए इस केस को जम्मू-कश्मीर से बाहर ट्रांसफर करने की मांग की। जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर सरकार से भी जवाब मांगा है। साथ ही जम्मू-कश्मीर सरकार से पीड़ित परिवार और उनकी वकील को सुरक्षा देने का भी आदेश दिया है। अब इस मामले की सुनवाई 27 अप्रैल को की जाएगी।
जांच में दखलअंदाजी न करे सरकार : SC
बच्ची के पिता की पिटीशन पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर की महबूबा मुफ्ती सरकार को पीड़ित परिवार और उनकी वकील को सुरक्षा देने का आदेश दिया है। साथ ही इस केस की सुनवाई को जम्मू-कश्मीर से चंडीगढ़ ट्रांसफर करने की मांग पर जम्मू-कश्मीर सरकार से जवाब मांगा है। इसके साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा कि राज्य सरकार जांच में किसी तरह का हस्तक्षेप न करें। इस मामले पर अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने 27 अप्रैल की तारीख तय की है।
बच्ची के पिता ने अपनी पिटीशन में क्या कहा?
- बच्ची के पिता मोहम्मद युसुफ ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दाखिल करते हुए मामले की सुनवाई जम्मू-कश्मीर से बाहर कराने की मांग की है। इस पिटीशन में मांग की गई है कि "इस केस की सुनवाई को जम्मू से बाहर चंडीगढ़ में ट्रांसफर कर दिया जाए। क्योंकि जम्मू में इस मामले की सुनवाई ठीक तरीके से नहीं होगी।"
- पिटीशन में मांग की गई है कि कोर्ट जम्मू-कश्मीर सरकार को सुरक्षा मुहैया कराए जाने का आदेश दिए। पिटीशन में कहा गया है कि "पीड़ित परिवार, उनकी वकील दीपिका सिंह राजावत और उनके परिवार को सुरक्षा दी जाए।"
- इस पिटीशन में मांग की गई है कि "नाबालिग आरोपी को जिस जुवेनाइल होम में रखा गया है, वहां किसी भी अनअथॉराइज्ड व्यक्ति को नाबालिग आरोपी से न मिलने दिया जाए।" इसमें कहा गया है कि "नाबालिग आरोपी को जब कोर्ट में पेशी के लिए लाया जाए, तब भी उसे किसी से न मिलने दिया जाए।"
- बच्ची के पिता ने अपनी पिटीशन में मांग की है कि "जब तक ये केस ट्रांसफर न हो जाए, तब तक इस मामले की जांच आगे न बढ़ाई जाए। साथ ही कठुआ की कोर्ट में इस केस की सुनवाई तब तक न की जाए, जब तक सुप्रीम कोर्ट केस को ट्रांसफर करने को लेकर दाखिल पिटीशन का निपटारा न कर दे।"
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 10 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले की हीरानगर तहसील के रसाना गांव से एक 8 साल की बच्ची अगवा हो गई थी। इस बच्ची के साथ कई दिनों तक रेप किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। गांव के जंगलों में बच्ची की लाश पड़ी मिली थी। जानकारी के मुताबिक, बच्ची को अगवा करके गांव के एक धार्मिक स्थल में रखा गया था, जहां उसे बार-बार नशा दिया और कई बार रेप किया गया। बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद आरोपियों ने पहले बच्ची का गला घोंटा और बाद में उसके सिर पर पत्थर मार कर उसकी हत्या कर दी।
आठों आरोपी गिरफ्तार
इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच की चार्जशीट के मुताबिक, रिटायर्ड राजस्व अधिकारी सांझी राम को मास्टरमाइंड बताया गया है। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने सांझी राम, उसके बेटे विशाल, स्पेशल पुलिस ऑफिस दीपक खजुरिया, सब इंस्पेक्टर आनंद दत्ता, पुलिस ऑफिसर सुरेंद्र कुमार, रसाना गांव का रहने वाला परवेश कुमार और हेड कॉन्स्टेबल तिलक राज को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही सांझी राम के भतीजे को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो नाबालिग बताया जा रहा है।