कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया MLA के अपहरण का आरोप, बेंगलुरु पुलिस को लिखी चिट्ठी
कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया MLA के अपहरण का आरोप, बेंगलुरु पुलिस को लिखी चिट्ठी
- कर्नाटक कांग्रेस ने बीजेपी पर उनके एक विधायक श्रीमंत पाटिल का अपहरण करने का आरोप लगाया है
- गुरुवार को कांग्रेस ने इसे लेकर बेंगलुरु पुलिस को एक पत्र लिखा
- पत्र में बीजेपी विधायक लक्ष्मण सावधी का नाम लेकर उनपर आरोप लगाया गया है
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक कांग्रेस ने बीजेपी पर उनके एक विधायक श्रीमंत पाटिल का अपहरण करने का आरोप लगाया है। इसे लेकर उन्होंने गुरुवार को बेंगलुरु पुलिस को एक पत्र लिखा। इस पत्र में बीजेपी विधायक लक्ष्मण सावधी का नाम लेते हुए उन पर गैरकानूननी तरीके से कांग्रेस विधायक को रोकने और अपहरण करने की बात कही गई है।
Karnataka Congress writes to Bengaluru Police over "abduction of Congress MLA, Shrimant Patil in order to defeat trust vote."Letter states,"Prima facie, Laxman Savadhi, BJP MLA has either abducted/unlawfully restrained, by which illegally depriving his (S Patil) physical freedom" pic.twitter.com/D6JE20nX82
— ANI (@ANI) July 18, 2019
कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल ने कहा, "मैं कुछ निजी काम के लिए चेन्नई गया था और वहां सीने में दर्द महसूस किया। मैंने अस्पताल पहुंचा और डॉक्टर के सुझाव पर मुंबई आकर भर्ती हो गया। एक बार ठीक होने के बाद, मैं बेंगलुरु वापस जाऊंगा।"
बता दें कि गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होना था। इससे पहले कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल एक रिसॉर्ट से अचानक लापता हो गए। सदन में कांग्रेस और जेडीएस ने आरोप लगाया कि गठबंधन सरकार को "गिराने" के प्रयासों के तहत बीजेपी ने उनका "अपहरण" कर उन्हें मुंबई के एक अस्पातल में भर्ती करा दिया है। पाटिल की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है जिसमें वह बेड पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं और उनका ईसीजी संबंधित परीक्षण हो रहा है।
इस मुद्दे को उठाते हुए, कर्नाटक कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने कहा, "हाथ जोड़कर मैं सदन के अध्यक्ष से अनुरोध कर रहा हूं, मेरी पार्टी के विधायकों का अपहरण कर लिया गया है। मुझे परिवार के सदस्यों का फोन आया है। मैं चाहता हूं कि आप उन्हें वापस लाएं। हम पुलिस सुरक्षा चाहते हैं।" कांग्रेस के विधायकों ने एक साथ कहा कि विधायक डर में रह रहे हैं और पाटिल का अपहरण कर लिया गया, एक कमरे में रखा गया, स्पेशल फ्लाइट से ले जाया गया और फिर एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शिवकुमार ने कहा कि वे यह दिखाने के लिए दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे कि पाटिल को विधानसभा छोड़ने के लिए जबरन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा, "मेरे पास दस्तावेजी सबूत हैं। उन्हें अस्पताल में रखा जा रहा है ... पाटिल ने लक्ष्मण सावधी के साथ उड़ान भरी थी।"
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने आरोप लगाया कि पाटिल बुधवार तक उनके साथ थे, एक बैठक में शामिल हुए और उनका स्वास्थ्य अच्छा था। हालांकि, अचानक वह रिसॉर्ट से गायब हो गए, जहां उनकी पार्टी के अन्य विधायक ठहरे हुए थे। राव ने कहा, "जब हमने पता लगाने की कोशिश की कि वह कहां चले गए, तो हम उन्हें ढूंढ नहीं पाए। उनकी तबियत ठीक थी, लेकिन भाजपा का नाटक देखिए।"
कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा, "पाटिल के मामले में, आपको यह बताना चाहिए कि व्हाट्सएप पर उनकी तस्वीरें किसने भेजीं, फ्लाइट में उनके साथ किसने यात्रा की। विधायकों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी स्पीकर के पास है क्योंकि वोटिंग में हर एक विधायक मायने रखता है।"
भाजपा के सीटी रवि ने कहा कि कांग्रेस विधायक पाटिल अन्य विधायकों के साथ रिजॉर्ट में थे। इसके बावजूद कांग्रेस उनकी पार्टी के खिलाफ आरोप लगा रही है। उनके पास बहुमत नहीं है, इसीलिए वे इस खेल को खेल रहे हैं।" इसके बाद स्पीकर ने पूछा "तो क्या मुझे खुद को अंधा करना चाहिए और कहना चाहिए कि मेरा इससे कोई संबंध नहीं है? हम कहां जा रहे हैं?"
उन्होंने सदन को बताया कि उन्हें एक पत्र मिला है, जो लेटरहेड पर नहीं लिखा है। इसमें पाटिल ने लिखा है कि उन्हें सीने में दर्द हुआ था और वह अस्पताल में भर्ती है। स्पीकर ने कहा और गृह मंत्री एम बी पाटिल को निर्देश दिया कि वे विधायक के परिवार से संपर्क करें और उनकी स्थिति के बारे में पूछताछ करें और उन्हें वापस रिपोर्ट करें।