इस्लामिक स्टेट ने की नए प्रांत की घोषणा, भारतीय उपमहाद्वीप में जमाना चाहता है पैर
इस्लामिक स्टेट ने की नए प्रांत की घोषणा, भारतीय उपमहाद्वीप में जमाना चाहता है पैर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इस्लामिक स्टेट ने एक अलग प्रांत की घोषणा की है जो भारतीय उपमहाद्वीप पर ध्यान केंद्रित करेगा। एक तस्वीर जारी करते हुए IS ने दावा किया है कि शुक्रवार को कश्मीर में सुरक्षा बलों ने जिस आतंकवादी को मारा था वो उनमें से एक था। इस आतंकवादी का नाम इश्फाक अहमद सोफी है। IS के बयान में "विल्लाह-ए-हिंद" (भारतीय प्रांत) के बारे में बात की गई है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक स्टेट का उल्लेख नहीं किया। इसीलिए IS का यह दावा एक ओवरस्टेटमेंट नजर आ रहा है।
हालांकि, आईएस प्रमुख अबू बक्र अल-बगदादी के हालिया वीडियो को ध्यान में रखते हुए, जिसमें उसने प्रभाव के नए क्षेत्रों की बात की थी, आईएस के बयान को भी खारिज नहीं किया जा सकता है। हाल के हफ्तों में आईएस ने नए सिरे से अपना ध्यान बांग्लादेश पर केंद्रित किया है। बगदादी के वीडियो में श्रीलंका में ईस्टर बम विस्फोटों का भी उल्लेख किया गया है, जो दर्शाता है कि आईएस के निर्देशों पर चर्च को निशाना बनाया गया था। खुफिया एजेंसियां इसका विश्लेषण कर रही है।
एंटी टेररिस्ट यूनिट के एक सूत्र ने इसे "महत्वपूर्ण" करार दिया और कहा कि आतंकी संगठन भारत और पड़ोसी राष्ट्रों में हमले करना चाहता है। ऑनलाइन, अनुयायियों को कट्टरपंथी बनाने और फिर हमलों की योजना बनाने के लिए स्टेप बाय स्टेप लीड करने में मिली सफलता आईएस को कुछ पहलुओं में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे पुराने जिहादी समूहों की तुलना में अधिक शातिर बनाता है। सूत्र ने कहा, अब तक दुनिया के इस हिस्से को खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) द्वारा नियंत्रित किया जाता था। इसका मतलब है कि केंद्रीय आईएस अब सीधे जम्मू-कश्मीर में अपने गुर्गों के साथ काम करेगा।
हाल ही में वीडियो जारी कर बगदादी ने तुर्की और कांगो में प्रांतों की घोषणा की थी। आईएस का यह कदम इसी तरह का है। कश्मीर में आईएस की उपस्थिति पहली बार 2016 के मध्य में देखी गई थी। 2017 में, ISKP ने सुरक्षा बलों के खिलाफ हमलों का दावा करना शुरू कर दिया था और तब से मुठभेड़ों में कई सदस्य मारे गए हैं। पिछले साल मार्च में आईएस ने अनंतनाग में एक मुठभेड़ में मारे गए तीन "भाई" आतंकवादियों की "शहादत" को सराहा था। तीनों ने फेसबुक पर हैंडलर्स से संपर्क कर कश्मीर में आईएस में शामिल हो गए थे।
यह दावा अल-करार जो कि दक्षिण एशिया और जम्मू-कश्मीर में आईएस का कम्युनिकेशन चैनल है ने किया था। पिछले एक साल में, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कश्मीर के युवाओं की ओर से संचालित किए जा रहे आईएस के कम से कम दो बड़े आतंकी मॉड्यूलों का भंडाफोड़ किया है। हथियार खरीदने के लिए यूपी के एक हथियार डीलर से संपर्क करने के बाद इन्हें पकड़ा गया था।