बयान : IMF के GDP अनुमान घटाने पर चिदंबरम बोले- अब गीता गोपीनाथ पर हमला करेंगे सरकार के मंत्री
बयान : IMF के GDP अनुमान घटाने पर चिदंबरम बोले- अब गीता गोपीनाथ पर हमला करेंगे सरकार के मंत्री
- गीता गोपीनाथ नोटबंदी की सबसे पहले निंदा करने वालों में से एक थी
- देश में लोग
- युवा और बूढ़े प्रदर्शन कर रहे हैं- कपिल सिब्बल
- भारत की जीडीपी 4.8 फीसद रहेगी- आईएमएफ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के भारत की जीडीपी ग्रोथ घटाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने ये भी कहा कि अब हमें आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ पर सरकार के मंत्रियों के हमले के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए।
बता दें कि इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर (GDP) के अनुमान को 2.9 प्रतिशत घटाकर 4.8 कर दिया है। अक्टूबर में IMF ने 6.1 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान प्रोजेक्ट किया था। कंज्यूमर डिमांड में आई तेज गिरावट, एनबीएफसी क्षेत्र में बढ़ती चिंताएं और सुस्त ऋण वृद्धि की वजह से IMF ने विकास अनुमान को घटाया है। IMF ने भारत के 2020 के ग्रोथ अनुमान को 0.9 प्रतिशत घटाकर 5.8% किया है। जबकि 2021 के लिए ग्रोथ अनुमान 6.5% रखा है।
पी. चिदंबरम ने किया ट्वीट
पूर्व वित्तमंत्री चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से रियलिटी चेक। 2019-2020 में वृद्धि 5% से कम 4.8% होगी। यहां तक कि 4.8% भी कुछ विंडो ड्रेसिंग के बाद है। उन्होंने कहा, "अगर यह और भी कम हो जाए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा। आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ नोटबंदी की सबसे पहले निंदा करने वालों में से एक थी। मुझे लगता है कि हमें आईएमएफ और डॉ. गीता गोपीनाथ पर सरकार के मंत्रियों के हमले के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए।"
मोदी-शाह भारतीय लोकतंत्र को कमजोर कर रहे
कांग्रेस दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि आईएमएफ ने 2019-20 के लिए भारत की जीडीपी को घटाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया है। इससे दुनिया की अर्थव्यवस्था नीचे आएगी। पूरे देश में लोग, युवा और बूढ़े प्रदर्शन कर रहे हैं। मोदीजी और अमित शाह ने भारतीय लोकतंत्र को कमजोर कर दिया है।
भारत के स्लोडाउन का पूरी दुनिया पर असर
IMF ने भारत और अन्य उभरते बाजारों में अपेक्षा से ज्यादा स्लोडाउन के कारण अपने 2020 के वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ के पूर्वानुमान में भी कटौती की है। हालांकि उन्होंने कहा कि यूएस-चीन व्यापार सौदा इस बात का संकेत है कि व्यापार और विनिर्माण गतिविधि जल्द बॉटम आउट हो जाएगी। IMF ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ 2019 में 2.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। जबकि 2020 में ग्रोथ 3.3 फीसदी और 2021 में 3.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है।