पुंछ आतंकी हमले के बाद एक्शन में भारतीय सेना, आतंकियों को दबोचने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ चला रही बड़ा सर्च ऑपरेशन, ड्रोन और स्निफर डॉग का भी इस्तेमाल
पुंछ आतंकी हमला पुंछ आतंकी हमले के बाद एक्शन में भारतीय सेना, आतंकियों को दबोचने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ चला रही बड़ा सर्च ऑपरेशन, ड्रोन और स्निफर डॉग का भी इस्तेमाल
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 20 अप्रैल को सेना के वाहन पर हमला करने वाले आतंकियों का पता लगाने के लिए भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रही है। आतंकियों को पकड़ने के लिए बाटा डोरिया के जंगलों पर तलाशी की जा रही है। सुरक्षाबलों द्वारा पूरे इलाके में घेराबंदी करके ड्रोन व स्निफर डॉग की सहायता से तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि एलओसी पर कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच सीमावर्ती जिले राजौरी और पुंछ में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद भीमबेर गली-पुंछ मार्ग पर यातायात रोक दिया गया है और लोगों को मेंढर के रास्ते पुंछ जाने को कहा गया है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 21, 2023
गौरतलब है कि 20 अप्रैल की दोपहर 3 बजे हमला उस दौरान हुआ जब भारतीय सेना के वाहनों का काफिला राजौरी-पुंछ नेशनल हाइवे पर भीमबेर गली से पुंछ की ओर जा रहा था। बारिश और कम विजिबिलिटी का फायदा उठाकर घात लगाकर बैठे आतंकियों ने सबसे पहले एक वाहन रोका, फिर उसके बाद उस पर ग्रेनेड फेंके और फायरिंग की। जिस वजह से वाहन में आग लग गई। इस हमले में वाहन में बैठे 5 जवान शहीद हुए जबकि 1 गंभीर रूप से घायल हो गया।
आतंकी संगठन पीएएफएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
आतंकी संगठन पीएएफएफ यानी पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद समर्थित संगठन माना जाता है। जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटने के बाद से ही पीएएफएफ का नाम सामने आने लगा था। बता दें कि यह आतंकी संगठन अल-कायदा का वफादार आतंकी कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित है।
आशंका जताई जा रही है कि इस हमले के जरिए आतंकी श्रीनगर में 22 से 24 मई के बीच होने जा रही जी-20 समूह के टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक की तैयारियों में खलल डालना चाहते हैं। इससे पहले इसी साल 1 जनवरी में राज्य के राजौरी में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था। तब जिले के डांगरी गांव में आतंकियों के हमले में सात नागरिकों की मौत हो गई थी।
5 जवान हुए शहीद
इस आतंकी हमले में राष्ट्रीय रायफल्स के 5 जवान शहीद हुए। शहीद होने वाले जवान हैं- लांस नायक देबाशीष बसवाल, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, सिपाही सेवक सिंह और हवलदार मनदीप सिंह। इनमें से लांस नायक देबाशीष बसवाल ओडिशा के जबकि लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, सिपाही सेवक सिंह और हवलदार मनदीप सिंह शहीद पंजाब के निवासी हैं।