ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत अफगानिस्तान में बचाव अभियान में जुटी भारतीय वायुसेना
Afghanistan ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत अफगानिस्तान में बचाव अभियान में जुटी भारतीय वायुसेना
- ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत अफगानिस्तान में बचाव अभियान में जुटी भारतीय वायुसेना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से भारत सरकार अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का काम कर रही है। इस बीच काबुल से भारतीय नागरिकों और अफगान सहयोगियों को सुरक्षित लाने के भारत के इस मिशन का नाम ऑपरेशन देवी शक्ति रखा गया है।
हाल ही में तालिबान के देश पर कब्जा करने के बाद से सरकार अब तक अफगानिस्तान से 800 लोगों को निकाल चुकी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस नाम की पुष्टि की है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ऑपरेशन देवी शक्ति जारी है। काबुल से 78 लोगों को दुशांबे के रास्ते लाया गया। आईएएफ-एमसीसी, एअरइंडियन और टीम एमईए को उनके अथक प्रयासों के लिए नमन।
उनका ट्वीट मंगलवार को एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान में ताजिकिस्तान के दुशांबे से 25 भारतीय नागरिकों सहित 78 लोगों को नई दिल्ली लाए जाने के कुछ घंटे बाद सामने आया। उन्हें सोमवार को भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के विमान में तालिबान के नियंत्रण वाले काबुल से दुशांबे के लिए रवाना किया गया था।
भारतीय अधिकारी न केवल भारतीयों, बल्कि अफगानी नागरिकों को काबुल के साथ-साथ कतर, दोहा और ताजिकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से निकालने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। अधिकारी भारतीय और अफगानी नागरिकों की निकासी की सुविधा के लिए ताजिकिस्तान, कतर और दोहा में भारतीय मिशनों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, अफगानिस्तान के कई प्रांतों में स्थित भारतीय कामगारों के साथ तालमेल बिठाना और उन्हें आस-पास के देशों में ले जाना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
एक अधिकारी ने कहा, अमेरिकी अधिकारियों ने काबुल हवाई अड्डे पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है और वे युद्धग्रस्त देश में हवाई संचालन का प्रबंधन कर रहे हैं। इस भारी भीड़ में, एक विमान के लिए एक स्लॉट तैयार करना और निकासी उड़ान के लिए एक सुरक्षित हवाई मार्ग भी अमेरिकी प्राधिकरण के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
पहला हवाई बचाव अभियान 17 अगस्त को किया गया था, जब एक आईएएफ सी-17 विमान अफगानिस्तान में गंभीर स्थिति के बीच काबुल हवाई अड्डे से भारतीय राजदूत रुद्रेंद्र टंडन, दूतावास के कर्मचारियों के अंतिम बैच और आईटीबीपी कर्मियों सहित 120 भारतीयों को वापस लाया था। काबुल हवाई अड्डे को 16 अगस्त की शाम को वाणिज्यिक संचालन के लिए बंद कर दिया गया था। इसे अमेरिकी एजेंसियों द्वारा मंगलवार को निकासी कार्यों के लिए तैनात सैन्य विमानों के लिए फिर से खोल दिया गया है।
(आईएएनएस)