आतंकवाद के मुद्दे पर फिर कई देशों ने पीछे खींचे पांव, UNSC में भारत ने खुली बहस में उठाया आतंकवाद का मुद्दा
नई दिल्ली आतंकवाद के मुद्दे पर फिर कई देशों ने पीछे खींचे पांव, UNSC में भारत ने खुली बहस में उठाया आतंकवाद का मुद्दा
- दुर्भाग्यपूर्ण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वर्तमान दौर में भारत की आवाज पूरी दुनिया में बुलंद हो रही है। ये इस बात से स्पष्ट हो जाती है कि 9 अगस्त को भारत ने सयुंक्त राष्ट्र परिषद में आतंक के खिलाफ अपनी आवाज उठाई तब दुनियाभर के अधिकतर देशों ने भारत की बात का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन नहीं किया। इसको लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब आतंकवाद के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई की बात आती है तो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एक साथ मिलकर आवाज़ उठाने में असमर्थ रहा है। 9 अगस्त को UNSC में भारत ने खुली बहस में ये मुद्दा उठाया है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब आतंकवाद के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई की बात आती है तो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एक साथ मिलकर आवाज़ उठाने में असमर्थ रहा है। 9 अगस्त को UNSC में भारत ने खुली बहस में ये मुद्दा उठाया है: विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची pic.twitter.com/FUCMGhl5qJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 12, 2022
ताइवान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हाल ही में घटित आतंकवाद की घटनाओं से चिंता व्यक्त की। ताइवान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कई अन्य देशों की तरह भारत भी हाल के घटनाक्रमों से चिंतित है, हम संयम बरतने, स्टेटस को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने, तनाव कम करने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का अनुरोध करते हैं।
कई अन्य देशों की तरह भारत भी हाल के घटनाक्रमों से चिंतित है, हम संयम बरतने, स्टेटस को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने, तनाव कम करने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का अनुरोध करते हैं: ताइवान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची pic.twitter.com/XZ7PXuMA5Q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 12, 2022
प्रवक्ता ने आगे कहा कि आतंकवाद पर भारत की प्रासंगिक नीतियां सर्वविदित हैं, सुसंगत हैं, उन्हें पुनरावृत्ति की आवश्यकता नहीं है।
भारत की प्रासंगिक नीतियां सर्वविदित हैं, सुसंगत हैं, उन्हें पुनरावृत्ति की आवश्यकता नहीं है: ताइवान में मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 12, 2022
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के उप-प्रमुख अब्दुल रऊफ अज़हर सहित कई आतंकियों पर वैश्विक आतंकी घोषित करने वाले प्रस्ताव पर चीन की तरफ से लगाई रोक को भारत ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। जानकारी के मुताबिक इस प्रस्ताव को भारत और अमेरिका की ओर से पेश किया गया था, जिस पर चीन ने रोक लगा दी। इससे पहले भी चीन ने इस प्रकार के प्रस्ताव पर विरोध जताकर उसे रोका गया।