भारत और चीन ने गोगरा हाइट्स इलाके में अपने सैनिकों को हटाया, टेम्परेरी स्ट्रक्चर ध्वस्त किए गए
भारत और चीन ने गोगरा हाइट्स इलाके में अपने सैनिकों को हटाया, टेम्परेरी स्ट्रक्चर ध्वस्त किए गए
- 12वीं कोर कमांडर लेवल की वार्ता के बाद हुई सैनिकों की वापसी
- एक साल से अधिक समय से चल रहे सैन्य संघर्ष में ये भी एक फ्रिक्शन पॉइंट था
- भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स में डिसएंगेजमेंट
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख के गोगरा हाइट्स इलाके में अपने सैनिकों को हटा दिया है। दोनों देशों के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के चीनी पक्ष मोल्डो में 12वीं कोर कमांडर लेवल की वार्ता के लगभग एक सप्ताह बाद सैनिकों को हटाया है। डिसएंगेजमेंट पूर्वी लद्दाख में पेट्रोल प्वाइंट 17ए के आसपास हुआ है। एक साल से अधिक समय से चल रहे सैन्य संघर्ष के बीच यह दोनों देशों के बीच फ्रिक्शन पॉइंट में से एक था।
भारतीय सेना ने एक बयान में कहा, "दोनों पक्षों द्वारा क्षेत्र में बनाए गए सभी टेम्परेरी स्ट्रक्चर और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्वस्त कर दिया गया है। दोनों पक्षों ने इसे म्यूचली वेरीफाई किया है। स्टैंडऑफ पीरियड से पहले की स्थिति बहाल कर दी गई है।" समझौते के अनुसार, दोनों पक्षों ने चरणबद्ध, समन्वित और सत्यापित तरीके से इस क्षेत्र में फॉर्वर्ड डिप्लॉयमेंट बंद कर दिया है। 4 और 5 अगस्त, 2021 को डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। दोनों पक्षों के सैनिक अब अपने-अपने स्थायी ठिकानों में हैं।
इस साल फरवरी में पैंगोंग झील क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों को हटा दिया गया था, लेकिन उसके बाद तनाव को और कम करने के लिए धीमी गति से आवाजाही हुई थी। फिलहाल गलवान, गोगरा और पैंगोंग त्सो में डिसएंगेजमेंट हो चुका है। पीपी 15 के आसपास के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में अभी भी तनाव बना हुआ है।