भास्कर के दफ्तर पर इनकम टैक्स का छापा: भास्कर की पत्रकारिता को रोकने की कोशिश, छापों के बाद ट्रेंड हुआ #IStandWithDainikBhaskar
भास्कर के दफ्तर पर इनकम टैक्स का छापा: भास्कर की पत्रकारिता को रोकने की कोशिश, छापों के बाद ट्रेंड हुआ #IStandWithDainikBhaskar
डिजिटल डेस्क, भोपाल। गुरूवार की सुबह से एक खबर सबसे ज्यादा सुर्खियों में हैं। देश के सबसे प्रतिष्ठित दैनिक हिंदी अखबार दैनिक भास्कर पर इनकम टैक्स के छापे। आयकर विभाग की टीम ने भास्कर के मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के कार्यालयों पर छापे मारे। ये छापा मारा कार्रवाई सुबह अचानक शुरू हुई। इस दरम्यान नाइट शिफ्ट के कर्मचारियों के मोबाइल और लैपटॉप तक आईटी ने अपने कब्जे में ले लिए। उन्हें दफ्तर से बाहर जाने से रोका गया। इस खबर के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा I stand with Dainik Bhaskar। भास्कर की निर्भीक पत्रकारिता के पक्ष में लोगों ने समर्थन देना शुरू कर दिया। समाचार जगत में भास्कर ऐसा विश्वसनीय नाम है जो स्वतंत्र पत्रकारिता में यकीन रखता है। इसलिए तो भास्कर कहता है मैं स्वतंत्र हूं। क्योंकि मैं भास्कर हूं। भास्कर में चलेगी पाठकों की मर्जी। यही वजह है कि भास्कर पर छापे पड़े तो अलग अलग राज्यों से पाठकों और नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।
इतना ही नहीं भास्कर पर हुई छापेमारी का मुद्दा दोनों सदनों में भी गर्माया। विपक्ष ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया। राज्यसभा में इस मसले पर नारेबाजी भी हुई। जिसके चलते दोपहर 2 बजे तक राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। लोकसभा में भी कमोबेश यही स्थिति रही। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने रेड ऑन फ्री प्रेस के हैशटैक के साथ ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि कागज पर स्याही से सच लिखना, एक कमजोर सरकार को डराने के लिए काफी है।
विवेक तनखा
आज ११ बजे राज्य सभा के सभापति एवं देश के उपराष्ट्रपति @MVenkaiahNaidu जी का ध्यान @DainikBhaskar समूह पे इंकम टैक्स की छापे की कार्यवाही की ओर ध्यान मैंने @digvijaya_28 जी और अन्य सांसदो ने आकर्षित किया। यह प्रेस की आज़ादी और स्वतंत्रता पर प्रहार है। देश का बहुत दुखद अध्याय।
— Vivek Tankha (@VTankha) July 22, 2021
कमलनाथ
सच को देश भर में निर्भिकता से उजागर कर रहे दैनिक भास्कर मीडिया समूह को दबाने का काम शुरू हो गया है ?
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 22, 2021
अपने विरोधियों को दबाने के लिये , सच को सामने आने से रोकने के लिये ईडी , आईटी व अन्य एजेंसियो का दुरुपयोग यह सरकार शुरू से ही करती रही है और यह काम आज भी जारी है ?
दिग्विजय सिंह
पत्रकारिता पर मोदीशाह का प्रहार!! मोदीशाह का एक मात्र हथियार IT ED CBI!
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 22, 2021
मुझे विश्वास है अग्रवाल बंधु डरेंगे नहीं।
दैनिक भास्कर के विभिन्न ठिकानों पर इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन विंग की छापामार कार्रवाई शुरू...
प्रेस कॉन्प्लेक्स सहित आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है इनकम टैक्स की टीम
अशोक गहलोत
दैनिक भास्कर अखबार और भारत समाचार न्यूज़ चैनल के कार्यालयों पर इनकम टैक्स का छापा मीडिया को दबाने का एक प्रयास है। मोदी सरकार अपनी रत्तीभर आलोचना भी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। यह भाजपा की फासीवादी मानसिकता है जो लोकतंत्र में सच्चाई का आइना देखना भी पसंद नहीं करती है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 22, 2021
जीतू पटवारी
" दैनिक भास्कर तो एक बहाना है- मकसद तो देश की मीडिया को डराना !!
— Jitu Patwari (@jitupatwari) July 22, 2021
एमपी कांग्रेस
दैनिक भास्कर पर आयकर के छापे,
— MP Congress (@INCMP) July 22, 2021
—हे ! सरकार,
अपने बदन पर कुछ तो कपड़े रखो।
अरविंद केजरीवाल
दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे मीडिया को डराने का प्रयास है। उनका संदेश साफ़ है- जो भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बोलेगा, उसे बख्शेंगे नहीं।ऐसी सोच बेहद ख़तरनाक है।सभी को इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी चाहिए
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 22, 2021
ये छापे तुरंत बंद किए जायें और मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए
ममता बनर्जी
The attack on journalists media houses is yet another BRUTAL attempt to stifle democracy.#DainikBhaskar bravely reported the way @narendramodi ji mishandled the entire #COVID crisis and led the country to its most horrifying days amid a raging pandemic. (1/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) July 22, 2021
कोरोना के बाद से भास्कर लगातार एग्रेसिव रिपोर्टिंग कर रहा था। और पाठकों के सामने सच लाने का बीड़ा उठाया हुआ था। इस छापे की कार्रवाई को पत्रकार जगत ने बदले की भावना बताया।
मोदी और शाह की सत्ता से सवाल पूछा तो पड़े छापे ? DainikBhaskar पर छापे ही छापे ? https://t.co/zFqiQ8IhJ1
— Ajit Anjum (@ajitanjum) July 22, 2021