उत्तराखंड की हल्द्वानी जेल में फूटा 'एचआईवी बम', एक महिला समेत 44 कैदी हुए पॉजिटिव, जेल प्रशासन में मचा हड़कंप

जेल तक पहुंचा एचआईवी उत्तराखंड की हल्द्वानी जेल में फूटा 'एचआईवी बम', एक महिला समेत 44 कैदी हुए पॉजिटिव, जेल प्रशासन में मचा हड़कंप

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-10 03:31 GMT
उत्तराखंड की हल्द्वानी जेल में फूटा 'एचआईवी बम', एक महिला समेत 44 कैदी हुए पॉजिटिव, जेल प्रशासन में मचा हड़कंप

डिजिटल डेस्क, देहरादून। उत्तराखंड की हल्द्वानी जेल से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां जेल में बंद 44 कैदियों में एचआईवी पॉजिटिव पाया गया है। इस सूचना के बाद जेल प्रशासन सहित पूरे देश में हड़कंप मच गया है और सवाल उठ रहा है कि ये खतरनाक बीमारी जेल तक कैसे पहुंची?

इस पूरे मामले पर सुशीला तिवारी अस्पताल के एआरटी सेंटर प्रभारी डॉ. परमजीत सिंह ने कहा कि, हल्द्वानी जेल में बंद 44 कैदी ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस यानी एचआईवी से ग्रसित हैं और इन कैदियों में एक महिला कैदी भी संक्रमित पाई गई है।

इलाज की जानकारी

जेल में कैदियों को एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने पर सुशीला अस्पताल के डॉ. परमजीत सिंह का कहना है कि, जेल में एचआईवी पॉजिटिव कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे जेल प्रशासन में अफरा-तफरी का माहौल बन हुआ है। इस बीमारी के इलाज की जानकरी देते हुए उन्होंने कहा, "एचआईवी रोगियों के लिए एक एआरटी यानी एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी केंद्र स्थापित किया गया है। जहां संक्रमित रोगियों का इलाज किया जाता है, मेरी टीम लगातार जेल में कैदियों की जांच कर रही है।"

डॉ सिंह ने कहा कि, जो भी एचआईवी से ग्रसित होता है उसे राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन यानी एनएसीओ के द्वारा मुफ्त में इलाज मुहैया कराया जाता है।

कैदियों की जांच में जुटा जेल प्रशासन

आपको बता दें कि, वर्तमान में हल्द्वानी जेल में 1600 से ज्यादा पुरूष और 70 महिला कैदी मौजूद हैं। इसको लेकर डॉ. सिंह ने कहा कि, अभी फिलहाल इस जेल में 1629 पुरुष और 70 महिला कैदी हैं। इतनी बड़ी संख्या में कैदियों को एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने पर सभी की जांच हो रही है, ताकि कोई भी कैदी इस खतरनाक बीमारी की जांच से छूट न जाए। इसलिए जेल प्रशासन पूरी जिम्मेदारी के साथ नियमित रूप से जांच कर रहा है, ताकि इन समस्या से निपटा जा सके। 

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